आंवला का मुरब्बा एक तरह का रासायनिक टॉनिक हैं। इससे बच्चों की याददाश्त और एकाग्रता बढ़ती हैं। यह गर्भवती महिलाओं में खून की कमी और खून में हेमोग्लोबिन की कमी को दूर करता हैं। मुरब्बे का सेवन बाल झड़ने, बाल असमय सफेद होने जैसी समस्याओं में भी काफी कारगर है। यह हमारे शरीर में बढ़ती उम्र के साथ पड़ने वाली झुर्रियों को भी यह कम करता है। इसका सेवन हमारी आंखें कमजोर नहीं होने देती हैं।
गाजर का मुरब्बा
गाजर का मुरब्बा एंटीऑक्सिडेंट तत्वों से भरपूर होता हैं। इसके नियमित सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम रहता है। यह शरीर में आयरन और रक्त की कमी को पूरा करता हैं। इसके सेवन से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती हैं। ठंडी तासीर के कारण गाजर का मुरब्बा पेट की जलन, दर्द, भूख न लगने जैसी तकलीफों में भी बहुत काम करता है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक हैं।
सेब का मुरब्बा
सेब का मुरब्बा भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं। सुबह खाली पेट इसे खाने से दिल की बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता हैं। सेब का मुरब्बा मानसिक तनाव को भी नियंत्रित रखता हैं। यह सिरदर्द, तनाव, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा दूर करने में कारगर है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों जैसे चेहरे पर झुर्रियां पड़ना, कमजोरी महसूस होना, बाल झड़ने और उनके असमय सफेद होने जैसी समस्याओं से भी यह दूर रखता है। एनीमिया के रोगियों को भी इसका सेवन करने की सलाह दी जाती हैं।
कच्चे आम का मुरब्बा
कच्चे आम का मुरब्बा फिनोलिक नामक एंटीऑक्सिडेंट गुण से भरपूर होता है, जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है। यह एसिडिटी और अपच जैसी बीमारियों को दूर करता है। कब्ज, दस्त, पेचिश में भी इस मुरब्बे के सेवन से आराम मिलता है। हृदय रोग से दूर रखने के अलावा यह नेत्र रोगों के इलाज में भी सहायता करता है। ये एक तरह का एनर्जी बूस्टर है, जो एनीमिया के रोगी और गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं।
हरड़ का मुरब्बा
हरड़ का मुरब्बा भूख न लगने, पेट में कीड़े होने और पाचन संबंधी समस्याओं में राहत दिलाता हैं। इसके साथ ही जठरांत्र रोगों, ट्यूमर, बवासीर, मूत्र विकारों और मूत्राशय की पथरी में हरड़ के मुरब्बे का सेवन काफी फायदेमंद होता हैं । मुरब्बे को गुड़ के साथ सेवन करने पर गठिया जैसे रोगों में भी आराम मिलता हैं।