गर्भावस्था आपके हॉर्मोनल स्तर पर अत्यधिक बदलाव ला सकती है जिससे आपके संवेदी कार्यों और भावनाओं पर असर पड़ता है। इस दौरान अचानक से आप खुद में ताजगी का अनुभव नहीं कर पाती हैं और आपकी सूंघने की शक्ति या महक के प्रति संवेदनशीलता अत्यधिक बढ़ जाती है जिससे आप अपनी ही शारीरिक दुर्गंध से परेशान हो सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान शरीर की गंध आपकी मनोदशा पर भी अत्यधिक प्रभाव डालती है और आपको काफी शर्मिंदा महसूस करा सकती है। स्तनपान के दौरान भी हार्मोन में बदलाव होता है और इस बदलाव के कारण विषेश रूप से बगल व गुप्तांग से अत्यधिक दुर्गंध आती है। लेकिन चिंता न करें गर्भवती महिलाओं में शरीर की दुर्गंध बहुत आम बात है।
-ज्यादा पसीना निकलने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है जिससे दिमाग फ्रैश रहता है तथा तनाव को दूर रखता है।-ज्यादा पसीना निकलने के कारण से शरीर में खून का दौरा तेज हो जाता है जिससे पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से काम करने लगता है।
-पसीना निकलने से शरीर की गदंगी बाहर निकलती है जिससे चेहरे पर पिपंल्स की परेशानी नहीं होती या बेहद कम हो जाती है।
-पसीना निकलने से शरीर की गदंगी बाहर निकल जाती है जिससे चेहरे के रोम छिद्र खुलने लगते हैं और स्किन साफ हो जाती है।