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गरीब लड़कियों को फंसा कर जंगल में ले जाती थी हलीमा, देह व्यापार के लिए ऐसे करती थी मजबूर

दिल्ली पुलिस को सोमवार को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। तीन ऐसी नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है जिनसे जबरन देह व्यापार कराया जाता था। बताया जा रहा है कि एक महिला इन लड़कियों को जंगल में लेकर जाती थी और वहां इन्हें निर्धारित ग्राहकों से जबरन सम्बन्ध बनाने के लिए कहती थी। मना करने पर इन लड़कियों को जान से मारने की धमकी दी जाती थी। दिल्ली पुलिस ने छापेमारी में तीनों लड़कियों को तो बरामद किया है। सेक्स रैकेट चलाने की आरोपी महिला अभी तक फरार है। दिल्ली पुलिस ने लड़कियों को मुक्त कराने की कार्रवाई दिल्ली महिला आयोग की शिकायत पर की है। बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके में रहने वाली तीन नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करी के जरिए देह व्यापार काम में ढकेला गया था। पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़कियों में से एक लड़की ने 181 हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करके सूचना दी कि हलीमा नाम की एक महिला गांजे का व्यापार करती है। उसने नाबालिग लड़कियों को काम दिलवाने के झांसा दिया था। काम के नाम पर फंसाया गया। लड़कियां उसके बहकावे में आ गईं। हलीमा ने उन्हें काम दिलाने की बजाय जिस्मफरोशी के व्यापार में झोंक दिया।

पीड़ित बच्ची ने बताया कि एक दिन हलीमा उसे घुमाने के बहाने एक जंगल में ले गई। हलीमा ने वहां जबरन कुछ लड़कों के साथ उसे संबंध बनाने को कहा। मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़िता ने बताया कि हलीमा इसी तरह गरीब लड़कियों  को निशाना बनाती है और उनसे जबरन देह व्यापार करवाती है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता को कई बार इसी तरह जंगल में ले जाकर जबरन जिस्मफरोशी के लिए मजबूर किया गया। हेल्प लाइन की कॉल के बाद महिला आयोग की टीम पीड़िता से मिलने के लिए पुलिस चैकी के पास पहुंची। वहां कॉल करने वाली पीड़िता के साथ दो नाबालिग लड़कियां और मौजूद थीं। उन दोनों लड़कियों को भी हलीमा नामक आरोपी महिला द्वारा फंसाया गया था और वो किसी तरह वहां से बचकर भाग निकली थीं। इन तीनों लड़कियों का परिवार बेहद गरीब है।

आयोग ने लड़कियों के इस मामले की जानकारी पुलिस की दी। सीपी और आयोग की टीम ने मिलकर बच्चियों की निशानदेही पर छापेमारी की। आरोपी हलीमा वहां से फरार हो चुकी थी। इस सम्बन्ध में आयोग ने आईपीसी की धारा 506, 363, 366(ए), 368, 370(ए), 376डी, 34 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई है।
तीनों लड़कियों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जहां से एक शेल्टर होम में भेज दिया गया। दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को नोटिस जारी करके आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।