कोरोना का नया ओमीक्रॉन वेरिएंट दुनियाभर के कई देशों में कहर बरपा रहा है। खासकर दक्षिण अफ्रीका में इसके केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में मुंबई शहर के मेयर किशोरी पेडनेकर ने घोषणा की है कि दक्षिण अफ्रीका से मुंबई पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कोरोनावायरस के नए ओमाइक्रोन संस्करण के प्रसार के मद्देनजर क्वारंटाइन में रहना होगा। कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर दक्षिण अफ्रीका से भारत आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने की मांग बढ़ रही है। ऐसे में मुंबई के मेयर किशोरी पेडनेकर ने यह घोषणा की है कि दक्षिण अफ्रीका से मुंबई आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन उड़ानों को रोकने का आग्रह किया था। अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, “मैं माननीय पीएम से उन देशों से उड़ानें बंद करने का आग्रह करता हूं जो नए संस्करण से प्रभावित हैं। बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर रहा है। ऐसे में अब हमे इस नए संस्करण को भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।” .
गुजरात में एंट्री के लिए RT-PCR जरूरी
वहीं नए वेरिएंट की चिंता के बाद गुजरात सरकार ने राज्य के एयरपोर्ट पर लैंड करने वाले कुछ देशों के यात्रियों के लिए RT-PCR जरूरी कर दिया है। गुजरात सरकार के अनुसार यूरोप, यूनाइटेड किंगडम, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बॉब्वे, हॉन्गकॉन्ग से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर कोरोना की निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखानी जरूरी होगी। उधर, देश में कोरोनावायरस बीमारी (कोविड-19) की स्थिति और चल रहे टीकाकरण अभियान की गति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री शनिवार को वर्चुअल बैठक कर रहे हैं। सरकार ने फिलहाल किसी भी उड़ान पर प्रतिबंध नहीं लगाया है, लेकिन राज्यों को निर्देश दिया है कि वे अफ्रीकी ओमीक्रॉन प्रभावित देशों से आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कठोर जांच और परीक्षण शुरू करें। भारत में अभी ओमीक्रॉन वेरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं है।
बता दें कि 9 नवंबर को दक्षिणी अफ्रीका के बोत्सवाना में ओमीक्रॉन वेरिएंट का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद से कोरोना वायरस का ये नया वेरिएंट दुनियाभर में कहर बरपा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक ये खतरनाक वेरिएंट बेल्जियम, हांगकांग और इज़राइल तक दस्तक दे चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पहले ही ओमीक्रॉन पर चिंता जाहिर कर चुका है। इस नए वेरिएंट में 32 म्यूटेशन हैं, जो कोरोनावायरस के किसी भी अन्य वेरिएंट से अधिक खतरनाक है। अब तक डेल्टा वेरिएंट दुनिया भर में कहर बरपा रहा था लेकिन ओमीक्रॉन डेल्टा की तुलना में कई गुना ज्यादा खतरनाक है।