उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। प्रदेश में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों को दौरा किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 24 जिलों के छह सौ गांव से अधिक आबादी वाले गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है, वैसे ही बाढ़ से भी निपटेंगे। उन्होंने बाढ़ के लिए प्रदेश के सटे राज्यों को जिम्मेदार बताया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ का कारण राजस्थान के कोटा बैराज, मध्यप्रदेश के माता टीला और हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से पानी छोड़ा जाना है। अचानक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना, चम्बल और बेतवा नदियों में अत्यधिक जल प्रवाह हुआ। यह पानी गंगा के माध्यम से कई जिलों में फैल गया है। बाढ़ के बाद बचाव और राहत का वृहद कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सीएम योगी ने जमीन और वायु से भी सर्वेक्षण किया है।
बलिया में गंगा, टोंस और सरयू के कारण आई बाढ़ के हालात को नजदीक से देखा गया। उन्होंने कहा कि यहां 34 गांवों के 112 राजस्व गांव की सवा लाख आबादी प्रभावित हुई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी लगाई गई है। पीएम गरीब कल्याण योजना के अलावा प्रत्येक बाढ़ पीड़ित को राहत पैकेट दिए जा रहे हैं। केरोसिन की भी व्यवस्था कर रहे हैं। पेट्रोमेक्स व जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। सीएम योगी ने कहा कि राहत शिविरों तक कम्युनिटी किचन के तहत भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। मेडिकल टीम को भ्रमण करने के निर्देश दिए। प्रशासन को यह भी निर्देश दिया है कि छोटी नाव नदी की धारा में न चलें। स्टीमर से ही सवारी ले जायें।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद में सहयोग करें। अधिकारी बाढ़ के लौटने पर अत्यधिक सतर्क रहें। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कटान वाले स्थलों पर ततपरता से काम हो। उन्होंने निर्देष दिया कि पुलिस विभाग के अधिकारी भी राहत शिविरों में जाकर सुरक्षा मुहैया कराएंगे। पुलिस को लगातार पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। कटान की संभावना वाले क्षेत्रों में कटान अवरोधक कार्य किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। नोडल अधिकारी की तैनाती और निगरानी समितियों को मुस्तैद।
कोरोना पर बेहतर नियंत्रण
मुख्यमंत्री योगी ने बलिया में कोरोना पर नियंत्रण के लिए अधिकारियों की सराहना की। बलिया में कोरोना पर बेहतर कंट्रोल किया गया है। ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था है। तीसरी लहर को रोकने के लिए वैक्सिनेशन का कार्य तेज किया गया है।