प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था. इसके बाद से कॉरिडोर भक्तों के लिए खोल दिया है. उद्घाटन के बाद से बड़ी संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आ रहे हैं. ऐसे में मंदिर प्रशासन को स्थानीय और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर अपील जारी करनी पड़ी. – मंदिर प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि बड़ी संख्या में बाहर से श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं, ऐसे में स्थानीय भक्त सुबह 7:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक दर्शन करने से बचें.
सभी श्रद्धालु प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्था में सहयोग करें.
– विश्वनाथ मंदिर के गेट तक वाहनों को न लाएं, इन्हें मैदागिन और गोदौलिया इलाके की पार्किंग में खड़ा करें.
– वीआईपी दर्शन को भी अगले आदेश तक रोक दिया गया है.
बता दें कि देश भर में एक बार फिर से कोरोना के केस बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. कुछ ही दिनों के बाद यूपी में विधानसभा चुनाव भी है. लिहाजा प्रशासन लोगों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है.
13 दिसंबर को पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात देश को दी थी. इस दौरान पीएम मोदी ने इसे अद्भुत मौका बताते हुए कहा था कि आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है. काशी विश्वनाथ धाम करीब 5 लाख स्कवॉयर फीट में बना हुआ है. यह कॉरिडोर बनने के बाद गंगा घाट से सीधे कॉरिडोर के रास्ते बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए जा सकते हैं. इसकी कुल लागत 900 करोड़ रुपए है. काशी को दुनिया के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है. मान्यता है भगवान विश्वनाथ यहां ब्रह्मांड के स्वामी के रूप में निवास करते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.