दुनियाभर में भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की एक बड़ी साजिश (Big Conspiracy) का खुलासा हुआ है. भारत (India) के खिलाफ कश्मीर (Kashmir) पर झूठ फैलाने के लिए पाकिस्तान दुनियाभर में फैले अपने हाई कमीशन और दूतावासों को काम में लगा दिया है. ज़ी मीडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से ये खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान ने 27 अक्टूबर के दिन अमेरिका (US) सहित यूरोप (Europe) के कई देशों में भारत के खिलाफ प्रदर्शन और सेमिनार करने की प्लानिंग की है.
27 अक्टूबर को ‘कश्मीर ब्लैक डे’ मनाएगा पाकिस्तान
बता दें कि भारत के खिलाफ होने वाले इन कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए पाकिस्तान ने हाल ही में कश्मीर सेल की एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें पाकिस्तान की दुनियाभर में बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के अधिकारियों समेत पकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए थे. इस बैठक में कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर कई रणनीतियों पर चर्चा हुई थी. हम आपको बता दें कि पाकिस्तान हर साल 27 अक्टूबर को ‘कश्मीर ब्लैक डे’ के तौर पर मनाता है.
क्या है पाकिस्तान का प्लान?
पाकिस्तान ने अपने सभी दूतावासों को फैक्स मैसेज के जरिए 27 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रमों की लिस्ट भी भेजी है. साथ ही इसके लिए खास फंड भी सैंक्शन किया है. इन सभी देशों में कश्मीर पर वेबिनार और इंवेट कराने को कहा है, जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों के खिलाफ फर्जी मानवाधिकार हनन के मामलों को हाइलाइट किया जाएगा.
सभी धरना प्रदर्शनों को उन देशों की मीडिया में बेहतर कवरेज मिले इसके लिए भी प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया है. इन धरने प्रदर्शनों को सफल बनाने के लिए इस्लामाबाद से सभी पाक दूतावासों को फंड भी भेजे गए हैं.
सोशल मीडिया आर्मी को पाकिस्तान ने काम पर लगाया
साथ ही सोशल मीडिया, ट्विटर, फेसबुक और WhatsApp का भी इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है. कश्मीर को लेकर ट्विटर पर पाकिस्तानी आईएसआई हैशटैग का भी इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है, जिसमें पाकिस्तान ने अपनी सोशल मीडिया आर्मी को भी इस काम में लगाया है. पाकिस्तान इस मौके पर कई कश्मीरी अलगाववादियों को दुनियाभर में होने वाले इन कार्यक्रमों में आमंत्रित किया है जिससे दुनिया को ये बताया जा सके कि ये आम कश्मीरियों की आवाज है.
इस साल 1 फरवरी को ऐसा ही एक फैक्स पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित अपने कांसुलेट जनरल ऑफिस (Consulate General Office) को भेजा था, जिसमें Kashmir Solidarity Day को सफल बनाने के लिए पाकिस्तानी अमेरिकी कम्युनिटी की मदद से कैंडल विजिल प्रोटेस्ट (Candle Vigil Protest) करने के लिए कहा गया था. साथ ही न्यूयॉर्क की सभी टैक्सी और ट्रक पर भारत के खिलाफ एडवर्टाइजमेंट कैंपेन (Advertisement Campaign) के साथ-साथ Kashmir Solidarity Day पर वेबिनार कराने के लिए कहा गया था.