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ऐसा-वैसा नहीं, ये है दुनिया का सबसे बड़ा आम, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है नाम

यह बात तो हम सब जानते हैं कि आम (Mango) फलों का राजा है। पूरी दुनिया में आम की लाखों वैराइटी मिलती है। यह सिर्फ एक फल नहीं बल्कि कई देशों की संस्कृति और इतिहास का हिस्सा भी है। भारत में सबसे पहला आम 5 हजार साल पहले उगाया गया था। गर्मी के दिनों में मिलने वाला यह फल बच्चों से लेकर बड़ों तक को बहुत पसंद आता है और इसे खाने के लिए लोग साल भर का इंतजार करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस मैंगो से हम शेक, स्मूदी, मैंगो केक और आइसक्रीम तक बनाते हैं उसके लिए एक खास दिन चुना गया है। जी हां, 22 जुलाई को भारत में मैंगो डे (National Mango Day) मनाया जाता है। वैसे तो मैंगो डे यानी कि आम दिवस को मनाने का कोई तरीका नहीं है हर साल इसे अलग तरीके से बनाया जाता है लेकिन आज के दिन हम आपको बताते हैं दुनिया के सबसे बड़े आम के बारे में जिसका नाम गिनीज वर्ल्ड ऑफ बुक रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है…

 

बहुत से लोग स्वादिष्ट और चटपटे आम ​​के फल खाने का आनंद लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी पांच पाउंड से अधिक का आम देखा है? जी हां, कोलंबिया के गुआयाता में दुनिया के सबसे भारी आम मिला है।

इस एक आम का वजन 4.25 किलोग्राम (9.36 पाउंड) था और इससे पहले कभी इतना भारी आम नहीं उगा है। इस आम का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है।

इसस पहले 2009 से अप्रैल 2021 तक ये रिकॉर्ड फिलीपींस में पाए जाने वाले एक आम के पास था, जिसका वजन  3.435 किलोग्राम (7.57 पाउंड) था।

आम के मालिक जर्मन और रीना ने देखा कि यह फल बहुत बड़ा हो रहा था और वे पेड़ पर अन्य आमों की तुलना में काफी बड़ा और अलग भी था।

इसके बाद उनकी बेटी डाबेगी ने यह देखने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया कि क्या इससे पहले इतने भारी आम का कोई रिकॉर्ड दर्ज है और उसने पाया कि उनके घर पर जो आम था वह दुनिया में सबसे भारी है।

इसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। रिकॉर्ड के लिए नाम फाइनल होने के बाद, परिवार ने पूरे आम को बांटकर और खाकर जश्न मनाया।

आम को उगाने वाले जर्मन और रीना कहते हैं कि ‘इस गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब के साथ हमारा लक्ष्य दुनिया को यह दिखाना है कि कोलंबिया में हम विनम्र, मेहनती लोग हैं जो ग्रामीण इलाकों से प्यार करते हैं और प्यार से खेती की जाने वाली जमीन ही महान फल पैदा करती है। इसके अलावा, यह महामारी के समय का प्रतिनिधित्व करता है हमारे लोगों के लिए आशा और खुशी का संदेश देता है।’