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उमेश कोर्ट से निकल गया, वकील विजय ने अशरफ को दी जानकारी; शूटर्स को भेजी थी लोकेशन

माफिया अतीक और अशरफ अहमद के खात्मे के बाद अब उनके वकील विजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. शनिवार को प्रयागराज पुलिस और लखनऊ एसटीएफ ने माफिया ब्रदर्स के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार किया है. चर्चा पहले यह रही कि विजय मिश्रा को कारोबारी सईद अहमद को धमकाने और तीन करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. लेकिन गिरफ्तारी के बाद प्रयागराज पुलिस ने अधिवक्ता विजय मिश्रा को उमेश पाल हत्याकांड में गिरफ्तार करने की बात कही.

पुलिस का कहना है कि अधिवक्ता विजय मिश्रा उमेश पाल हत्याकांड में वांछित था. उसी ने इंटरनेट कॉलिंग के जरिए उमेश पाल की कचहरी से निकलने की सूचना माफिया अशरफ और उसके भतीजे असद को दी थी. पुलिस के अनुसार, इस बात की पुष्टि जेल में बंद खान सौलत हनीफ ने की थी, जब धूमनगंज पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया था.

पुलिस को सौलत ने बताया कि जब विजय मिश्रा उमेश पाल के कोर्ट से निकलने की बात अशरफ और असद को बता रहा था, तब वह वहीं कचहरी में ही मौजूद था. इसी आधार पर पुलिस ने विजय को आरोपी बनाया है. ऐसे में देखा जाए तो माफिया ब्रदर्स के अब वकीलों की मुश्किलें बढ़ती दिखाई पड़ रही हैं. प्रयागराज डीसीपी दीपक भूकर का कहना है कि विजय को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

प्रयागराज के अतरसुइया थाने में 23 मई को लकड़ी व्यापारी सईद अहमद ने अधिवक्ता विजय मिश्रा के खिलाफ धमकाने और रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद अधिवक्ता विजय मिश्रा का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह लकड़ी व्यापारी से बातचीत कर पैसे का जिक्र कर रहा था. विजय मिश्रा के खिलाफ प्रयागराज समेत अन्य जिलों में 7 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. सूत्रों की मानें तो अशरफ का विजय मिश्रा बेहद करीबी था.

पुलिस पहले विजय मिश्रा को लखनऊ से लेकर प्रयागराज पहुंची, इसके बाद 6 घंटे तक विजय मिश्रा से क्राइम ब्रांच कार्यालय के अंदर पूछताछ की गई. उसके बाद पुलिस ने विजय मिश्रा को न्यायालय में पेश कर तमाम साक्ष्य पेश किए. कोर्ट में पुलिस अफसरों ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में अधिवक्ता विजय मिश्रा भी मुलजिम है. क्योंकि इसने काफी हद तक उमेश की रेकी कर उसका लोकेशन शूटरों को बताया था. पुलिस ने कॉल डिटेल व अन्य साक्ष्य कोर्ट के सामने पेश किए, जिसके बाद कोर्ट ने विजय मिश्रा को जेल भेजा.