यूपी के उन्नाव जिले की घटना ने एक बार फिर से सबको शर्मसार कर दिया है। जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में तीन नाबालिग दलित लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं। इनमें दोनों लड़कियों की मौत का मामला गर्माता जा रहा है। इनमें दो लड़कियों की मौत हो चुकी थी जबकि तीसरी कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है। विपक्ष लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहा है। बबुरहा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। जगह-जगह बैरियर लग गए हैं।
दोनों दलित नाबालिग लड़कियों का पोस्टमार्टम हो चुका है। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के अनुसार दोनों लड़कियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। दोनों ने मौत से लगभग 6 घंटे पहले खाना खाया था। दोनों ही नाबालिग लड़कियों के पेट में 100 से लेकर 80 ग्राम तक खाना मिला है। खाने में जहर था जिसके कारण दोनों की मौत हो गई।
मीडिया वाले भी मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पा रही है। उन्नाव जनपद के नौ थानों की पुलिस फोर्स गांव में तैनात कर दी गयी है। इसके साथ ही 19 दरोगाओं, 70 मुख्य आरक्षी, 30 सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है। परिजनों को पुलिस द्वारा उठाए जाने के विरोध में ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं। एडीएम, एसडीएम व विधायक अनिल सिंह भी गांव पहुंच चुके हैं। जिसके बाद शव दफनाने के लिए जेसीबी मंगाई गई है। ग्रमीणों ने जेसीबी रोकते हुए नारेबाजी शुरू कर दी है।