अब एक और बीजेपी के नेता ने अपने सारी बेहुदगी को पार करते हुए अपनी जहालियत की खुली नुमाइश की है। हर मसले को लेकर अपनी बेबाकी से अपनी किरकिरी कराने वाले बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने हाथरस केस पर बेटियों के संदर्भ में बड़ा बेहुदा बयान दिया है। उनका मानना है कि अगर ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाना है तो इसके लिए हमें बेटियों को शिक्षित करना होगा। हमें उन्हें अच्छे संस्कार देने होंगे। बहरहाल, उनके इस बेहुदे बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। इतना ही नहीं, उनका कहना है कि अब इस तरह की घटनाओं पर न तो शासन से रोक लग पाएगी व न ही तलवार से बल्कि अच्छे संस्कारों व बेटियों को शिक्षित करके इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाई जा सकती है।
हालांकि यह कोई पहला मौका नहीं है बल्कि सुरेंद्र सिंह बीजेपी के एक ऐसे नेता के रूप में प्रख्यात हैं, जो अपने बेहुदे बयानों के लिए ही जानें जाते हैं। उधर, हाथरस केस की एसआईटी जांच जारी है। एसआईटी ने परिवार का बयान भी लिया है। वहीं, हाथरस केस की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच कराने के लिए कहा तो पीड़िता के भाई ने यह कहते हुए इनकार कर दिया है कि परिवर ने इसकी मांग नहीं की है। इस मामले की फिलहाल अभी एसआईटी जांच चल रही है।
नहीं दर्ज हो पाया पिता का बयान
बता दें कि एसआईटी पीड़िता के पिता के बयान दर्ज करने हेतु पहुंची थी लेकिन एसआईटी वह बयान दर्ज करने में नाकाम रही है। दरअसल, बताया गया कि पीड़िता के पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, लिहाजा अभी वे बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। जब उनका स्वास्थ्य ठीक होगा , तब उनका बयान दर्ज कर लिया जाएगा। एसआईटी के अधिकारी ने कहा कि पीड़िता के पिता अभी इस हाल में नहीं है कि वे अभी बैठकर इतना लंबा बयान दे सके। जब उनका स्वास्थ्य ठीक होगा, तब हम फिर यहां उनका बयान दर्ज करने आएंगे। अगर परिवार का कोई भी सदस्य बयान दर्ज कराना चाहता है, तो फिर वह बयान दर्ज करा सकता है।