पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की लगातार मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उनकी 9 मई की गिरफ्तारी के बाद बवाल का ज्वालामुखी फट गया, जिसके बाद से वह लगातार धधक रहा है. खान के खिलाफ मिलिट्री एक्ट और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत दर्ज कर लिए गए हैं. हालांकि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान खान की हिंसा भड़काने और देशद्रोह से संबंधित दो मामलों में जमानत 8 जून तक बढ़ा दी. वहीं, लाहौर हाईकोर्ट खान की उस याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया जिसमें पिछले सप्ताह अल कादिर ट्रस्ट मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद पंजाब प्रांत में उनके खिलाफ दर्ज सभी केस में जमानत की मांगी गई थी.
पाकिस्तान के पूर्व पीएम के खिलाफ जिन मामलों में सेना केस चलाएगी उनमें उम्रकैद या फिर फांसी की सजा तय है. पाकिस्तान में मिलिट्री एक्ट की धारा-59 के तहत जो भी दोषी पाया जाता है उसे मौत की सजा भुगतने के लिए तैयार रहना पड़ता है. वहीं, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट की धारा-3 के तहत 14 साल की सजा दी जाती है. दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जुल्फीकार अली भुट्टो को मार्शल लॉ रेगुलेशन 12 के तहत गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया गया था.
नवाज शरीफ भी देश छोड़कर भागे
पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाई नवाज शरीफ भ्रष्टाचार में दोषी पाए गए थे. उन्हें डर सताने लग गया था कि उन्हें जेल में डाला जाएगा, जिसके बाद उन्होंने सुरक्षित जगह की तलाश की और देश छोड़कर ब्रिटेन भाग गए. वह पिछले चार सालों से वहीं रह रहे हैं. देश में सत्ता का तख्तापलट होने के बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि वो वापस पाकिस्तान लौट आएंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं सका है.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भी फांसी देने का ऐलान किया गया था. दरअसल, उन्होंने सेना प्रमुख रहते तख्तापलट कर नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल कर दिया था और पूरे पाकिस्तान में मार्शल लॉ लगा दिया था. उन्हें सु्प्रीम कोर्ट ने राजद्रोह का दोषी ठहराया गया था. करीब 6 साल तक केस का ट्रायल हुआ था. सरकार ने उन्हें नो फ्लाई की लिस्ट में डाल दिया था क्योंकि उसे डर था कि मुशर्फ देश छोड़कर भाग जाएंगे. हालांकि साल 2016 में उन्हें इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति मिल गई, जिसके बाद वह पाकिस्तान कभी भी लौटकर नहीं आए.
इमरान खान के पास देश छोड़कर भागने का विकल्प
अगर इमरान खान पर सेना शिकंजा कस देती है तो उनके पास बचने के बहुत कम विकल्प हैं. एक बात साफ है कि अगर वह दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें फांसी से लेकर उम्रकैद तक हो सकती है. अगर वह खुद को बचाना चाहते हैं तो देश छोड़कर भागने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. देश में अभी हालात बद से बदतर हैं. खान के समर्थकों ने सेना के अधिकारियों के घरो के आग के हवाले तक कर दिया है. साथ ही साथ इमरान खुद लंबे समय से सेना पर निशाना साधते आ रहे थे. उसे सिर्फ एक मौके की तलाश थी, जिसे खुद इमरान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने दे दिया है.