पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक इंसाफ पार्टी (PTI) के प्रमुख इमरान खान को देश के टूटने का डर सता रहा है. इमरान खान ने गुरुवार को एक रेडियो इंटरव्यू में ऐसी चिंता जताते हुए कहा ‘पाकिस्तान उधर जा रहा है कि ये सबके हाथ से निकल जाएगा. जब आर्थिक तंगी आई तो सोवियत यूनियन दुनिया की सुपर पावर थी, वो भी टूट गई.’
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री पद से खुद को हटाए जाने के पीछे अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड लू और पाकिस्तानी सेना के पूर्व प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर साजिश रचने का आरोप लगाया है. बता दें कि डोनाल्ड लू अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशियाई मामले के विभाग में उप सचिव हैं.
इमरान खान ने इस पॉडकास्ट इंटरव्यू में कहा, ‘डोनाल्ड लू ने कहा था कि इमरान खान को नहीं हटाया गया तो पाकिस्तान के लिए नतीजे अच्छे नहीं होंगे. जनरल बाजवा ने मेरे खिलाफ कैंपेन करने के लिए हुसैन हक्कानी को नियुक्त किया था और बाजवा के कहने पर ही यह धमकी दी गई.’ इमरान खान तत्कालीन सेना प्रमुख पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि ‘बाजवा कैसे फैसला कर सकता है कि देश का पीएम देश के लिए अच्छा है या बुरा.
इमरान खान ने जनरल बाजवा पर उन्हें ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया. पीटीआई प्रमुख ने कहा, ‘बाजवा ने बुशरा बेगम की टेप एडिट करके रिलीज़ की. बाजवा ने मुझे ब्लैकमेल करने के लिए ऐसा किया था.’
वहीं पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री पर प्रहार करते हुए इमरान खान ने कहा, ‘शहबाज़ शरीफ के खिलाफ 16 अरब रुपये के करप्शन के केस थे. उस मामले के 4 गवाह की हार्ट अटैक से मौत हो गई. उस मामले का जांचकर्ता भी मर गया.’
इसके साथ ही उन्होंने पीएम शहबाज़ शरीफ की प्रस्तावित तुर्की यात्रा का जिक्र करते हुए उनपर तंज कसा. उन्होंने कहा, ‘शहबाज़ शरीफ के साथ तुर्की ने जो किया… सोचो तुर्की को बचाने के लिए जाने वाले थे, लेकिन तुर्की ने मना कर दिया. उधर छोटा सा देश है क़तर उसको आने दिया.’
गौरतलब है कि तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के बाद उसका साथ जताने के लिए शहबाज शरीफ 8 फरवरी को तुर्की के लिए रवाना होने वाले थे. हालांकि, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोग़ान ने उनसे यात्रा को पोस्टपोन करने का अनुरोध किया था.