Shani Sade Sati Upay: शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है. पिछले महीने यानि सितंबर की 29 तारीख को ही शनि मकर राशि में रहते हुए वक्री से मार्गी हुए हैं. ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे ज्यादा प्रभावशाली ग्रह माना गया है और शनि के राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों पर पड़ता है. जब शनि राशि परिवर्तन करते हैं तब कुछ राशियों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाती है और मुश्किलें बढ़ जाती हैं. शनि को क्रूर भी कहा गया है लेकिन जो जातक अच्छे कर्म करते हैं उन पर शनि की क्रूरता साढ़ेसाती होते हुए भी हावी नहीं होती. शनि व्यक्ति को कर्म के मुताबिक ही फल प्रदान करते हैं.
शनि की मार्गी चाल
शनिदेव की 29 सितंबर की सुबह 10 बजकर 28 मिनट से मार्गी चाल शुरू हो गई है. शनि के मार्गी होने से कई राशियों को राहत मिली है. मकर तथा कुंभ राशि के स्वामी शनि मेष राशि में नीचराशि के और तुला राशि में उच्चराशि के माने गए हैं. इनके वक्री और मार्गी होने का प्रभाव सबपर दिखाई पड़ता है. तो चलिए जानते हैं कि अक्टूबर महीने में ग्रहों की चाल में क्या बदलाव होगा और किन चार राशियों के लिए महीना शुभ रहेगा.
इन तीन राशियों पर साढ़ेसाती
इस समय 12 राशियों में तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इनमें धनु, मकर और कुंभ राशि शामिल हैं. धनु पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण, मकर राशि पर दूसरा चरण और कुंभ राशि पर पहला चरण चल रहा है. जबकि दो राशियों पर शनि की ढैय्या चल रही है.
दो राशियों पर ढैय्या
साढ़ेसाती के साथ मिथुन और तुला पर इस समय शनि की ढैय्या चल रही है. तो चलिए जानते हैं कि साढ़ेसाती के प्रभाव को किस तरह से कम किया जा सकता है.
साढ़ेसाती का प्रभाव कैसे करें कम
- हर शनिवार को शनिदेव के लिए व्रत रखें और शनिमंदिर में जातक तेल अर्पित करें.
- शनिवार की शाम पीपल के पेड़ पर जल अर्पित कर सरसों का तेल का दीपक जलाएं.
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से या प्रत्येक शनिवार को हनुमानजी की पूजा-अर्चना करें और शनिवार के दिन चालीसा का पाठ करें. इससे पीड़ा कम होगी.
- शनिवार के दिन शनि के बीज मंत्र ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का 108 बार रुद्राक्ष की माला के साथ जाप करें.
- साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव कम करने के लिए काले कुत्ते को रोटी, काली गाय की पूजा, काली चींटी को आटा और मछलियों को आटे की गोली खिलाएं. ध्यान रहे कि, कोई भी उपाय करने के साथ मन में किसी तरह का बैर न रखें.
- शनिवार के दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहनें और जरूरतमंद लोगों की निःस्वार्थ भाव से सेवा करें. जो लोग सदैव अच्छे कर्म करते हैं और किसी गरीब को नुकसान नहीं पहुंचाते उनसे शनिदेव हमेशा प्रसन्न करते हैं.