हमारे शास्त्रों और पुराणों में मनुष्य के सुखी और खुशहाल जीवन को लेकर कई बाते बताई गयी है | ऐसे कुछ नियमो के बारे में बताया गया है, जिनके पालन करने से मनुष्य का जीवन सुख समृद्धि से भर जाता है | इन नियमो के पालन से व्यक्ति के जीवन से परेशानियां ख़त्म होने लगती है, सबसे बड़ी बात तो ये की उसे ईश्वर का सामीप्य प्राप्त होता है | आज हम आपको एक श्लोक से अवगत कराने जा रहे है, आप इस को याद करे और जीवन में इसमें कही बातो को उतारे | इससे आपका जीवन खुशहाली से भर जायेगा | तो आइये जानते है श्लोक में कौनसी 5 बाते कही गयी है |
श्लोक:-
विष्णुरेकादशी गीता तुलसी विप्रधेनव:।
असारे दुर्गसंसारे षट्पदी मुक्तिदायिनी।।
श्लोक में सबसे पहले बताया गया है कि मनुष्य को अपना जीवन सुधारने के लिए श्रीहरि की पूजा और एकदशी का व्रत करना चाहिए | एकादशी के व्रत को व्रतराज की संज्ञा दी गयी है | श्रीहरि का ये व्रत कष्ट से मुक्ति दिलाता है और इससे काम, अर्थ और मोक्ष की प्राप्ति होती है |
मनुष्य को श्रीमद भागवत गीता का पाठ करना चाहिए | नित गीता का पाठ करने वाले व्यक्ति को कभी किसी चीज की परेशानी नहीं उठानी पड़ती है | जीवन में समस्याओ से मुक्ति का रास्ता गीता में सुझाया गया है | गीता में दिया भगवान श्रीकृष्ण का हर एक उपदेश कष्टों से मुक्ति प्रदान करता है | साथ ही इससे भगवान श्रीकृष्ण की कृपा भी प्राप्त होती है |
हिन्दू धर्मं में तुलसी को पूजनीय माना गया है | तुलसी को माता और देवी का दर्जा दिया गया है | साथ ही श्रीकृष्ण को तुलसी बहुत प्रिय है | भगवान विष्णु ने तुलसी को अपने सिर पर स्थान दिया है | साथ ही विष्णु जी की पूजा में तुलसी दल को सबसे आवश्यक माना गया है | इसीलिए आप अपने घर में तुलसी का पौधा का स्थापित करे और रोजाना उसकी पूजा करे | इससे आप पर सभी देवी देवताओ की कृपा बनेगी |
श्लोक के अनुसार निर्धन और जरूरतमंद लोगो की मदद करनी चाहिए | उनके साथ कभी दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए | इनके साथ दुर्व्यवहार और इनका अपमान करने वाला व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह पाता है | इसीलिए जरूरतमंद लोगो की यथासम्भव मदद करे और मान सम्मान करे | साथ ही समय समय पर दान करते रहे |
हमारे शास्त्रों में गाय को माता का स्थान प्राप्त है | गाय में 33 कोटि देवी देवताओ का स्थान बताया गया है | भगवान श्रीकृष्ण को भी गाय अत्यंत प्रिय है | गाय की सेवा करने पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है | इसीलिए आप गुरुवार को या हो सके तो गाय को रोजाना हरा चारा खिलाये |