जम्मू-कश्मीर में इस महीने की शुरुआत से ही आतंकी कायराना तरीके से आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं. आतंकियों ने ज्यादातर अल्पसंख्यकों और गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाया है, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन से लेकर केंद्र सरकार तक सतर्क हो गई है. आतंकियों के खिलाफ सेना ने भी हल्ला बोल दिया है और अब तक कई आतंकियों को ढेर किया जा चुका है, जबकि 700 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. सुरक्षाबलों ने आतंकियों को खदेड़ने के लिए कई ऑपरेशन चलाए हैं.
निशाने पर आम बाहरी लोग
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रविवार को बिहार के दो मजदूरों को आतंकवादियों ने गोली मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई. इसके अलावा, एक अन्य शख्स गोली लगने से घायल हो गया. इस महीने अब तक कई आम नागरिक आतंकियों की गोलीबारी का शिकार बन चुके हैं. आतंकवादियों ने रणनीति में बदलाव करते हुए टारगेट किलिंग शुरू कर दी है, जिसमें लोगों को नजदीक से गोली मारी जाती है. इस महीने आतंकवादियों ने कई लोगों की हत्या की है. जानिए उनके बारे में…
मोहम्मद शफी डार: इस महीने की शुरुआत में मोहम्मद शही डार को निशाना बनाया गया था. आतंकवादियों ने दो अक्टूबर को सिक्योरिटी फोर्सेस से लिंक के आरोप में डार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
माजिद अहमद गोजरी: श्रीनगर के चट्टाबल निवासी गोजरी की 2 अक्टूबर को करन नगर इलाके में मदीना कॉम्प्लेक्स के पास आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. सुरक्षा बलों के साथ कथित संबंधों के लिए उन्हें भी गोली मार दी गई थी.
माखन लाल बिंद्रू: श्रीनगर में जाना पहचाना नाम और कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंद्रू की आतंकियों ने पांच अक्टूबर को गोली मारकर हत्या कर दी थी. 68 वर्षीय बिंद्रू को उनकी फार्मेसी में आतंकियों ने निशाना बनाया था. उन्हें तुरंत अस्पताल भी ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
वीरेंद्र पासवान: बिहार के भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान श्रीनगर के लाल बाजार में रेहड़ी लगाते थे. बिंद्रू की हत्या के कुछ घंटे बाद ही पासवान को भी श्रीनगर के लाल बाजार में आतंकियों ने गोली मार दी थी, जिसमें उनकी जान चली गई.
मोहम्मद शफी लोन: बांदीपोरा में एक टैक्सी स्टैंड के अध्यक्ष और कैब चालक शफी की उसी दिन गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिस दिन बिंद्रू और पासवान की गोली मारकर हत्या हुई. शफी को मारने के बाद भाग रहे लश्कर के आतंकवादी इम्तियाज अहमद डार को कुछ दिनों बाद एक ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था.
सुपिन्दर कौर : श्रीनगर के एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल कौर की 7 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी. कौर ईदगाह इलाके के गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में थी, तभी आतंकवादियों ने परिसर में धावा बोल दिया और उन्हें गोली मार दी.
दीपक चंद: सुपिन्दर कौर के स्कूल में शिक्षक, चंद जम्मू के एक हिंदू थे. उसी दिन सुबह करीब 11 बजे स्कूल में कौर के साथ उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई.
सगीर अहमद : उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई सगीर अहमद की पुलवामा में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. अहमद सहारनपुर के रहने वाले थे और शनिवार को हुए हमले के बाद उसकी हालत नाजुक थी. इसके तुरंत बाद उनकी मृत्यु हो गई.
अरविंद कुमार साह : श्रीनगर में शनिवार को आतंकवादियों ने गोलगप्पे बेचने वाले साह की गोली मारकर हत्या कर दी. वह बिहार के बांका का रहने वाले थे और उम्र 30 साल थी. वह शहर के ईदगाह इलाके में एक पार्क के बाहर गोलगप्पे बेच रहे थे, तभी उनकी हत्या कर दी गई. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके परिवार के लिए 2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
राजा देव: बिहार के एक मजदूर देव की रविवार को कुलगाम के वानपोह में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
जोगिंदर देव : आतंकवादियों ने राजा देव के साथ रह रहे जोगिंदर की भी गोली मारकर हत्या कर दी. आतंकवादियों ने धावा बोल दिया और गोलियां चला दीं, जिसमें जोगिंदर और राजा की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. घटना पूर्व विधायक के आवास के पास हुई है.