9वीं व 11वीं के छात्र वार्षिक परीक्षाफल के आधार पर अगली कक्षा में भेजे जाएंगे। यदि सालभर कोई परीक्षा या असेसमेंट नहीं हुआ हो तो सामान्य रूप से छात्रों को प्रमोट करने का निर्देश है। शिक्षा विभाग के निर्देशों से सभी स्कूलों को अवगत करा दिया गया है। वहीं, कक्षा 6, 7, 8, 9 और 11 के छात्रों को प्रोन्नत करने के संबंध में यदि किसी प्रकार की शिकायत होगी तो उसकी सुनवाई जिला स्तर की कमेटी करेगी।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कक्षा 6, 7, 8, 9, और 11 के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का दिशा-निर्देश जारी किया है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि विभाग के निर्देश के अनुसार कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को सीधे अगली कक्षा में भेजना है। वहीं, कक्षा 9 और 11 के छात्रों को वार्षिक परीक्षाफल के आधार पर प्रमोट किया जाना है। जिन स्कूलों ने वार्षिक परीक्षा नहीं कराई, वे वर्ष भर में कराए गए टेस्ट, प्रोजेक्ट, आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट कर सकते हैं।
यदि साल भर इस तरह की कोई शैक्षणिक गतिविधियां नहीं हुई हैं तो सामान्य रूप से छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्देश है। ये निर्देश सभी बोर्ड के स्कूलों के लिए हैं, लेकिन यदि किसी बोर्ड ने विशेष तौर पर नियम बनाए हैं तो वहां उसी के नियम लागू होंगे।
जिला शुल्क नियामक समिति में करें शिकायत
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि अगली कक्षा में प्रमोट करने को लेकर छात्र या अभिभावक जिला अधिकारी की अध्यक्षता वाली शुल्क नियामक समिति में शिकायत कर सकते हैं। इसका तीन दिन में निस्तारण होगा। 10वीं की बोर्ड परीक्षा निरस्त कर दी गई है। जल्द मूल्यांकन नीति जारी कर छात्रों को कक्षा 11 में प्रमोट कर दिया जाएगा। इसमें भी किसी छात्र या अभिभावक की शिकायत होगी तो उसका भी यही समिति निस्तारण करेगी।