अफगानिस्तान में तालिबान के सूत्रों के अनुसार तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख मुल्ला बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar) अफगानिस्तान में नई सरकार बनाएंगे। तालिबान सूत्रों के हवाले से अल-अरेबिया न्यूज की खबर के मुताबिक मुल्ला बरादर को अफगानिस्तान की नई सरकार चलाएंगे। सूत्रों के अनुसार तालिबान के दिवंगत संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई भी सरकार में वरिष्ठ पद मिलेगा। तालिबान के सह-संस्थापकों में से एक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को साल 2010 में दक्षिणी पाकिस्तानी शहर कराची में सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था और 2018 में उन्हें छोड़ दिया गया था।
आपको बता दें कि तालिबान काबुल में ईरान की तर्ज पर नई सरकार बनाने जा रहा है। समूह के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि तालिबान के सबसे बड़े धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्ला अखुंदजादा को अफगानिस्तान का सबसे बड़ा नेता बनाया जाएगा। तालिबान के ‘सूचना एवं संस्कृति आयोग’ के वरिष्ठ अधिकारी मुफ्ती इनामुल्ला समांगनी ने बताया, “नई सरकार बनाने पर बातचीत करीब करीब पूरी हो गई है और मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चा हुई।” उन्होंने बताया कि अगले तीन दिन में काबुल में नई सरकार बनाने के लिए समूह पूरी तरह तैयार है।
नई सरकार में 60 वर्षीय मुल्ला अखुंदजादा तालिबान सरकार के सबसे बड़े नेता होंगे। ईरान में नेतृत्व की तर्ज पर यह व्यवस्था होगी। सर्वोच्च नेता का पद राष्ट्रपति से ऊपर होता है और वह सेना, सरकार तथा न्याय व्यवस्था के प्रमुखों की नियुक्ति करता है। देश के राजनीतिक, धार्मिक और सैन्य मामलों में सर्वोच्च नेता का फैसला अंतिम फैसला होता है।
समांगनी ने बताया, “मुल्ला अखुंदजादा सरकार के सर्वोच्च नेता होंगे और इस पर कोई सवाल नहीं होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अखुंदजादा के अधीन काम करेंगे। मुल्ला अखुंदजादा तालिबान के बड़े धार्मिक नेता हैं और पिछले 15 वर्ष से बलूचिस्तान प्रांत के कचलाक क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद में कार्यरत हैं। समांगनी ने आगे बताया कि नई सरकार के तहत, गवर्नर प्रांतों के प्रमुख होंगे और ‘जिला गवर्नर’ अपने जिले के प्रभारी होंगे।
तलिबान ने प्रांतों और जिलों के लिए गवर्नरों, पुलिस प्रमुखों और पुलिस कमांडरों की नियुक्ति पहले ही कर दी है। उन्होंने बताया कि नई प्रशासन प्रणाली का नाम, राष्ट्रीय झंडा और राष्ट्र गान पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। इस बीच दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय में उप नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने गुरुवार को विदेशी मीडिया चैनलों को बताया कि नई सरकार में अफगानिस्तान के सभी कबीलों के सदस्यों और महिलाओं को शामिल किया जाएगा.