अक्सर हम लोगों का चरित्र और स्वभाव उनके पहनावे को देखकर अंदाज़ा लगते हैं कि वो किस प्रकार का इंसान है. अगर वो शर्ट-पैंट पहना है तो पुरुष और अगर सलवार सूट पहना है तो महिला. लेकिन फिर भी हम कहते हैं कि आज के इस दौर में महिला और पुरुष एक समान हैं. लेकिन अगर ऐसा है तो वस्त्रों के मामले में ये भेदभाव क्यों. इस दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं. जो दुनिया की हर सोच को चुनौती देने को तैयार रहते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसने अपने अतरंगी पहनावे से लिंग के भेदभाव वाली सोच को चुनौती देते हुए दुनिया भर में अपना नाम किया है.
हम बात कर रहे हैं जर्मनी के रहने वाले मार्क (MARK BRYAN) की जो दुनिया भर में अपने पहनावे की वजह से जाने जाते है. उनके पहनावे को देखके ये बताना मुश्किल है, कि वो पुरुष है या समलैंगिक पर आप चौकिये मत क्योंकि वो शत प्रतिशत पुरुष हैं और अपनी बीवी और तीन बच्चो के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रहें हैं. लेकिन उनके इस अतरंगी पहनावे को देखते हुए अक्सर लोगों का उनसे ये सवाल रहता है, कि वो इतने सालों से ऐसे कपड़ें क्यों पहनते हैं. तो आपको बता दें, कि वो कपड़ों को लेकर समाज में जेंडर इक्वलिटी की सोच को लाना चाहते हैं. इसलिए ही मार्क पिछले 4 साल से स्कर्ट,शर्ट और हाई हील्स पहन कर ही ऑफिस जाते हैं.
आपको बता दें, कि 61 वर्ष के मार्क जर्मनी में रोबोटिक्स इंजीनियर हैं. इनके पहनावे को देखके चौंकिए मत क्योंकि मार्क इस तरह की वेशभूषा पिछले 4 साल से पहन रहे हैं. उनके इस पहनावे को देखकर अक्सर लोग उन्हें गे समझते हैं. लेकिन उनकी ये अवधारणा सरासर गलत है. क्योंकि वो गे नहीं स्ट्रेट हैं और अपनी बीवी और 3 बच्चों के साथ खुशी जीवन बीता रहें हैं. लेकिन जब भी लोग उनके इस अतरंगी पहनावे को देख तरह-तरह के सवाल पूंछते हैं. तो उन्हें बड़ा ग़ुस्सा आता है. वे कहते हैं कि ये उनकी व्यक्तिगत पसंद है और हर इंसान का हक़ होता है कि वो अपने मन मुताबिक कपड़े पहन सके.