बिहार और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के लोगों को मानसून की झमाझम वाली बारिश का इंतजार है। मानसून की ट्रफ रेखा बीकानेर, सीकर, टोंक, गुना, पेंड्रा रोड, झारसुगुडा, बालासोर और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी की ओर जा रही है। एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है।
स्काईमेट की मौसम रिपोर्ट के मुताकि, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र ओडिशा के उत्तरी भागों और आसपास के क्षेत्रों पर भी बना हुआ है। यह औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। निचले स्तर पर एक ट्रफ रेखा आंतरिक कर्नाटक से कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।
अगले 24 घंटों में मौसम का हाल
अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात, दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दिल्ली से बिहार तक होगी बारिश
इसके अलावा सिक्किम, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के शेष हिस्सों, तटीय कर्नाटक, केरल और उत्तरी कर्नाटक के आंतरिक भागों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में फिर एक्टिव होगा मानसून
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई के महीने में मध्य बंगाल की खाड़ी में लगातार निम्न दबाव के क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ते रहे है। इससे मध्य भारत प्रभावित हुआ। इनके प्रभाव से मध्य भारत के अधिकांश राज्यों में भारी बारिश देखी गई। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कई बार भारी बारिश हुई। मानसून रेखा अब फिर से मध्य भारत की ओर बढ़ रही है। इसके प्रभाव से अगले 4-5 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है।