स्वस्थ रहने के लिए मेडिटेशन (Meditation) करना यानी किसी चीज में ध्यान केंद्रित (Concentrate) करना, एक बेहतर तरीका है. इसीलिए खुद को फिट रखने के लिए बहुत से लोग मेडिटेशन का सहारा लेते हैं. जिसके तहत वो म्यूज़िक मेडिटेशन और वॉकिंग मेडिटेशन जैसे मेडिटेशन के कई और तरीके भी अपनाते हैं. इसी में मेडिटेशन का एक तरीका है चॉकलेट मेडिटेशन (Chocolate Meditation) जो आपको फिज़िकली और मेंटली स्ट्रांग रखने में ख़ास भूमिका निभा सकता है. अगर सेहतमंद रहने के लिए आप भी मेडिटेशन करने में रुचि रखते हैं तो चॉकलेट मेडिटेशन को अपना सकते हैं. आइये जानते हैं क्या है चॉकलेट मेडिटेशन और इसको किस तरह से किया जा सकता है.
जानें क्या है चॉकलेट मेडिटेशन
चॉकलेट मेडिटेशन करने के लिए आपको एक चॉकलेट की ज़रूरत होगी. अगर आप डार्क चॉकलेट का इस्तेमाल करेंगे तो ज्यादा बेहतर होगा. चॉकलेट मेडिटेशन के दौरान आपको चॉकलेट को खाना भी होगा और इसकी खुशबू और स्वाद को गहराई से महसूस करते हुए इस पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा. मेडिटेशन का ये तरीका मानसिक तनाव, डिप्रेशन और निगेटिव थॉट्स जैसी चीजों को दूर करने में आपकी मदद करेगा. साथ ही ये आपके शरीर में हैप्पी हॉर्मोन्स को रिलीज़ करेगा. मूड फ्रेश करेगा और तनाव को दूर करके मानसिक शांति भी देगा.
इस तरह से करें चॉकलेट मेडिटेशन
चॉकलेट मेडिटेशन करने के लिए सबसे पहले आप एक डार्क चॉकलेट लें और शांत जगह पर योगा मैट पर बिछाकर उस पर पालथी मारकर बैठ जाएं. अब गहरी सांस लें और अपनी मसल्स और माइंड को रिलेक्स करें. इसके बाद चॉकलेट देखते हुए उस पर अपना ध्यान केंद्रित करें. फिर इसको नाक के कुछ पास तक ले जाएं और इसकी खुश्बू को महसूस करें. अब चॉकलेट के एक टुकड़े को मुंह में रखकर आँखों को बंद कर लें. जब ये मुंह में घुलने लगे तो इसके स्वाद और खुश्बू पर ध्यान केंद्रित करें और धीरे-धीरे बाइट को खत्म करें. इस बात का ख्याल रखें कि आपका ध्यान केवल और केवल चॉकलेट, उसकी खुश्बू और उसके स्वाद पर ही होना चाहिए. इस टुकड़े को समाप्त करने के बाद आप चॉकलेट का एक और टुकड़ा लें और इस प्रक्रिया को दोहराएं.
आप जितनी देर मेडिटेशन करना चाहते उतनी देर तक इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे दोहराते रहें. जब आपको मेडिटेशन समाप्त करना हो तो चॉकलेट खाने के बाद कुछ सेकेंड तक रुकें और गहरी सांस लेते हुए नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं.
इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं.इसकी पुष्टि दैनिक संवाद मीडिया नहीं करता है.