पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ी खबर सामने आ रही है. इस घटना के तार विदेशों से भी जुड़े पाए जा रहे हैं. मामले में केन्या और अजरबैजान में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. वहां की पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि अजरबैजान में पकड़ा गया युवक सचिन बिश्नोई है, जो पूरी गैंग को ऑपरेट करता है. बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में हुई थी. मूसेवाला अपनी थार जीप से गांव की तरफ जा रहे थे, तभी हमलावरों ने घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि उनके दो निजी सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस ने बिश्नोई गैंग की भूमिका पाई है. गैंग के सरगना लॉरेन्स से भी पूछताछ की गई है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मूसेवाला की सनसनीखेज हत्या के मामले में केन्या और अजरबैजान ने एक-एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. वहीं, भारत इस मामले में दोनों देशों के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि अजरबैजान और केन्या में एक-एक संदिग्ध को वहां के स्थानीय अधिकारियों ने हिरासत में लिया है और हम दोनों देशों के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं. बागची ने ये जानकारी यहां साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब दी.
हालांकि, किन दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है, उनके नाम नहीं बताए गए हैं. दो दिन पहले आई मीडिया रिपोटर्स में दावा किया गया था कि अजरबैजान में सचिन बिश्नोई को हिरासत में लिया गया है. सचिन बिश्नोई लॉरेंस की गैंग को बाहर से ऑपरेट करता है.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या में सचिन की भी भूमिका है. हत्या को अंजाम देने की जानकारी सचिन बिश्नोई को भी थी. जांच एजेंसी सचिन को हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी बताती आई है. सचिन के पास से फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया है. सचिन अपना पूरा नाम सचिन थापन लिखता है, जबकि उसके पास से तिलक राज टूटेजा के नाम का पासपोर्ट बरामद किया गया है. सचिन के पिता का असली नाम शिव दत्त है, जबकि फर्जी पासपोर्ट में उसके पिता का नाम भीम सेन लिखा हुआ है. सचिन ने अपने पासपोर्ट में पता भी फर्जी डाला है. उसका असली पता वीपीओ दतारियां वाली, जिला फजिल्का है. जबकि उसने फर्जी पासपोर्ट में पता मकान नंबर 330, ब्लॉक एफ-3, संगम विहार, दिल्ली दर्ज है. इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि सचिन के कहने पर ही उसके दोस्त संदीप उर्फ केकड़ा ने सिद्धू मूसेवाला की रेकी की थी. घटना वाले दिन केकड़ा सिद्धू मूसेवाला का फैन बनकर उनके घर पहुंचा.
केकड़ा ने बाहर मूसेवाला के साथ सेल्फी ली थी और काफी देर डटा रहा था. जैसे ही मूसेवाला बाहर निकले तो केकड़ा ने फिर सारी जानकारी आगे शूटरों को दे दी थी. उसके बाद शूटरों ने मूसेवाला को घेरने की योजना बना ली और मौका मिलते ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. बता दें कि इस घटना का मास्टरमांड कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ बताया गया था. गोल्डी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बेहद करीबी है. इन्होंने अपने दोस्त विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.