पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शुक्रवार को भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र (Bhawani pore Assembly Seat) में उपचुनाव (By-Poll) के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगी. दूसरी ओर, बीजेपी (BJP) हाई-वोल्टेज मुकाबले के लिए वकील प्रियंका टिबरेवाल (Priyanka Tibrewal) के नाम की घोषणा का ऐलान आज कर सकती है, जबकि माकपा ने इस सीट से श्रीजीत विश्वास (Srijeet Biswas) को उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस ने पहले ही भवानीपुर से उम्मीदवार घोषित नहीं कर ममता बनर्जी को वाकओवर दी है.
बता दें पिछले हफ्ते, चुनाव आयोग ने 30 सितंबर को पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों-भवानीपुर, जंगीपुर और समसेरगंज में उपचुनाव कराने की घोषणा की. टीएमसी ने 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा में 213 सीटों पर जीत हासिल करते हुए भारी जीत दर्ज की. बीजेपी चुनाव हार गई लेकिन 77 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, हालांकि चुनाव के बाद से लगातार बीजेपी में भगदड़ जारी है.
शुक्रवार को ममता बनर्जी दाखिल करेंगी नामांकन पत्र
ममता बनर्जी शुक्रवार को भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगी. बता दें कि शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने ममता बनर्जी के लिए भवानीपुर सीट को खाली कर दिया था, क्योंकि ममता बनर्जी नंदीग्राम में बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हार गईं थीं. ” तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो नेउपचुनाव के लिए अपना अभियान शुरू किया और विधानसभा उपचुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही बीजेपी पर अपनी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
प्रियंका टिबरेवाल हो सकती हैं बीजेपी की उम्मीदवार
दूसरी ओर, जानी-मानी वकील प्रियंका टिबरेवाल को बीजेपी उम्मीदवार बना सकती हैं. चुनाव बाद हिंसा के मामले में वह लगातार अदालत में ममता सरकार को घेरती रही हैं. वह बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं. सुप्रियो के सलाह के बाद ही वह अगस्त 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थीं. साल 2015 में, उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के रूप में वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से हार गई थीं. बीजेपी में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में, उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) का उपाध्यक्ष बनाया गया. इस साल उन्होंने इंटाली से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन टीएमसी के स्वर्ण कमल साहा से 58,257 मतों के अंतर से हार गईं.
चुनाव बाद हिंसा के मामले से जुड़ी रही हैं प्रियंका टिबरेवाल
प्रियंका टिबरेवाल का जन्म सात जुलाई 1981 को कोलकाता में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वेलैंड गॉल्डस्मिथ स्कूल से पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की. उसके बाद, उन्होंने 2007 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के अधीनस्थ हाजरा लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल कीं. उन्होंने थाईलैंड अनुमान विश्वविद्यालय से एमबीए भी किया है.प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि ‘पार्टी ने मुझसे सलाह ली है और मेरी राय पूछी है कि मैं भवानीपुर से चुनाव लड़ना चाहती हूं या नहीं. कई नाम हैं और मुझे अभी पता नहीं है कि उम्मीदवार कौन होगा. इतने सालों में मेरा साथ देने के लिए मैं अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को धन्यवाद देना चाहती हूं. उन्होंने कहा कि अगर मेरी पार्टी ने मुझे ममता बनर्जी के खिलाफ भवानीपुर से मैदान में उतारा, तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा और मुझे उम्मीद है कि लोग न्याय बनाम अन्याय की इस लड़ाई में मेरा समर्थन करेंगे. मुझे यकीन है कि लोग सत्तारूढ़ टीएमसी के कुशासन के खिलाफ मतदान करेंगे. यह चुनाव के बाद की हिंसा और बंगाल में लोगों की पीड़ा के खिलाफ हमारी लड़ाई है.