लखनऊ। प्रदेश में सुशासन, माफिया के खिलाफ चलते बुल्डोजर व हो रहे निरंतर विकास को देखकर समाजवादी पार्टी सहित विपक्ष की नींद हराम हो गयी है। यही कारण है कि जब कहीं शिलान्यास या लोकार्पण होता है तो अखिलेश यादव की धड़कने बढ़ जाती हैं। अखिलेश यादव विकास के काम को अपना बताने में ही लगे रहते हैं। यदि वह उन्हीं का विकास का काम है तो फिर इतना डरने की क्या जरूरत है। जब उनके कार्यकाल का नहीं है, तभी तो उनके मन में चोर समाया रहता है। यह बातें रविवार को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कही।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कहते हैं कि प्रदेश में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और भाजपा झूठे प्रचार में लगी हुई है।
भाजपा प्रवक्ता अखिलेश यादव के सवालों, आरोपों का जवाब दे रहे थे। मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल में सिर्फ अराजकता को बढ़ावा दिया। इसके अलावा और कोई काम नहीं किया था। अखिलेश यादव को यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हीं के कारण मथुरा व प्रतापगढ़ में पीपीएस अधिकारियों की मौत हुई। समाजवादी पार्टी की विचारधारा तो उसी दिन पता चल गया, जब मुख्तार को पार्टी में ले आने पर अपने ही चाचा को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश स्वयं अखिलेश के भाई को पार्टी में ज्वाइन कराये। उस दिन उनकी वह सोच कहां चली गयी थी।
मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा प्रदेश में अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती रही है। उनके कार्यकाल में 350 से अधिक साम्प्रदायिक दंगे हुए। आज वे सुशासन की बात कहने में संकोच भी नहीं करते हैं। उनके कार्यकाल में ही अराजकता के कारण पश्चिम यूपी के सैकड़ों हिन्दू परिवार गांव छोड़कर पलायन को मजबूर हुए। आखिर वे कैराना के हिन्दुओं के पलायन पर क्यों नहीं बात करते। कैराना में जो उन्होंने किया, वह किसी से छिपा नहीं है।