पाकिस्तान को लेकर पहले से ही ऐसी कई रिपोर्ट्स आ रही थीं जिसमें कहा जा रहा था कि पड़ोसी मुल्क लड़कियों के लिए नर्क बनता जा रहा है। एक बार नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में अस्मत की खरीद-फरोख्त धड़ल्ले से की जा रही है। सरीम बर्नी ट्रस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि पूरे पाकिस्तान में लड़कियों की किडनैपिंग बढ़ी है और इन लड़कियों को या तो जबरन देह व्यापार में ढकेला जा रहा है या फिर गल्फ देशों में बेचा जा रहा है।
बता दें कि सरीम बर्नी राइट ग्रुप का एक ट्रस्ट माना जाता है। ट्रस्ट की तरफ से जानकारी दी गई है कि साल 2020 में सिर्फ कराची में 800 बच्चों के लापता होने की खबर सामने आई हैं। इनमें से 235 लड़कियां थीं। इस साल के शुरुआती तीन महीनों में 233 बच्चों के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। इनमें से 74 लड़कियां हैं। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि कई लापता बच्चों को यहां ढूंढ निकाला गया है लेकिन बड़ी संख्या में बच्चे अब भी लापता हैं।
राइट एक्टिविस्टों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि बच्चों के गायब होने के मामले में पुलिस ढुलमुल रवैया अपनाती है और यहां तक कि पीड़ित परिवार की वो ठीक से मदद भी नहीं करती। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बताया गया है कि ना सिर्फ कराची बल्कि पंजाब के साराईकी बेल्ट और रहीम यार खान जिले में भी यहीं स्थिति है। रिपोर्ट में बताया गया है कि गरीबी की वजह से ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चों को एजेंटों या दलालों को बेच देते हैं। इन बच्चों को या तो देह व्यापार या फिर गल्फ देशों में भेज दिया जाता है।
पाकिस्तान में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ने की एक वजह यहां के नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयानों को भी माना जा रहा है। इस मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में कहा था कि मोबाइल फोन के गलत इस्तेमाल की वजह से यौन उत्पीड़न के मामले देश में बढ़ रहे हैं। वहीं हमारे बच्चों को शिक्षित करने की जरुरत है।’ पाकिस्तानी पीएम के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई थी। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा था कि यौन उत्पीड़न के असली दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए प्रधानमंत्री बेवजह की बातें कर रहे हैं। आपको याद दिला दें कि पाकिस्तान में आजादी दिवस के दिन एक महिला यूट्यूबर के साथ सरेआम घिनौनी हरकत की गई थी और इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बाद यहां कुछ अन्य जगहों पर भी महिलाओं के साथ गंदी हरकत करने का वीडियो सामने आया था। जिसे लेकर इमरान खान सरकार की आलोचना भी हुई थी।