देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब देश में संक्रमितों की संख्या 3,09,606 पहुंच गई है। जबकि 8890 लोग इस वायरस की वजह से जान गंवा चुके हैं। फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 1,46,463 है। वहीं 1,54,231 लोग ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 11,458 नए मामले सामने आए हैं और 386 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 308993 हो गई है, जिनमें से 145779 सक्रिय मामले हैं, 154330 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 8,884 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र में भी हालात बेहद गंभीर है। अकेले महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख को पार कर गया है।
इस बीच एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हम मानते हैं कि दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या के आधार पर भारत चौथे स्थान पर है, परन्तु यह आबादी की वजह से है। हमें यह देखना होगा कि प्रति मिलियन जनसंख्या पर मामलों की संख्या हमारे यहां अभी भी काफी कम है। पिछले दस दिन के भीतर ही एक लाख मामले सामने आने के मद्देनजर सरकार ने महामारी की रोकथाम के लिए सख्त उपाय अपनाने की जरूरत पर जोर दिया। वहीं, केंद्र ने शुक्रवार को राज्यों से कोविड-19 के उभरते केंद्रों (अत्यधिक मामलों वाले नये स्थानों) पर विशेष ध्यान देने और कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा।
कोरोना वायरस के मद्देनजर लागू लॉकडाउन से देश के धीरे-धीरे बाहर आने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बार फिर विचार-विमर्श करेंगे। यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। कोविड-19 के बीच ‘अनलॉक-1 के दौरान आम लोगों और कारोबारियों को कई तरह की छूट दी गई है ताकि लॉकडाउन से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों को गति मिल सके।