विजय नगर पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक छात्र को टीआई के कैबिन में टीआई के सामने जवानों ने बेरहमी से प्लास्टिक के पाइप से पीटा। बेरहमी का सबूत उसके शरीर पर पड़े निशान दिखा रहे हैं। आरोप है कि उससे रुपयों की भी मांग की गई। यही नहीं, उसे पुलिस ने रुपए लेकर ही छोड़ा। यह पूरा तमाशा टीआई अपने कैबिन में बैठकर देख रहे थे। ऐसा लग रहा था कि उनके इशारे पर यह सब कुछ हो रहा था।
26 साल का मोहित पिता देवलिया एमकॉम फाइनल ईयर का स्टूडेंट है। उसकी विजय नगर में मोहित ट्रेवल्स नामक ट्रेवल एजेंसी है। उसकी दुकान के बाहर डिब्बों में भरे डीजल को देखकर बीट के पुलिस जवान दुकान में घुसे और छानबीन करने लगे। जवानों ने मोहित की दुकान से 25 लीटर डीजल जब्त किया। डीजल चोरी की शंका में उसे बीट के जवान राजू और अजय विजय नगर थाने लेकर गए और फिर टीआई के कैबिन में उसे बेरहमी से प्लास्टिक के पाइप से पीटा। उससे रुपए भी लिए और फिर छोड़ दिया गया।
50 हजार मांगे, 30 में तोड़बट्टा
आरोप है कि मारपीट करने के बाद जवानों ने मोहित के पिता विनोद देवलिया को फोन लगाया और कहा कि मोहित को हमने डीजल चोरी में गिरफ्तार किया है। पिता का आरोप है कि उन्हें धमकी दी कि बेटे को मादक पदार्थों की तस्करी में उलझा देंगे। उधर मोहित का थाने में रो-रोकर बुरा हाल था। वह पिता से फोन पर बात करते हुए कह रहा था कि उसे बचा लो। रोते बेटे की हालत पिता से देखी नहीं गई और 50 हजार की मांग करने वाले पुलिस वालों को उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से 30 हजार रुपए निकालकर दे दिए। जवानों ने विनोद से कहा कि यह रुपया हम टीआई को देंगे। बाद में मोहित को छोड़ दिया। यह मामला कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र तक पहुंचा, जिसकी जांच करने की बात कही जा रही है।
जिद्दी टीआई…अकड़ में रहने का आरोप
बताया जा रहा है कि विजय नगर टीआई रवींद्र गुर्जर ग्वालियर से तबादला करवाकर इंदौर आए हैं। वह गृहमंत्री के खास बताए जा रहे हैं, लेकिन जब से उन्हें विजय नगर थाने पहुंचाया गया है, वे शिकायतकर्ताओं और उनके परिजन से अच्छा व्यवहार नहीं करते। अब यह मामला सामने आने पर टीआई के काम करने की शैली किसी से छुपी नहीं है।