राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में दर्जी कन्हैयालाल (kanhaiyalal) की नृशंस हत्या के करीब तीन सप्ताह बाद रविवार को शहर से कर्फ्यू (curfew) हटा लिया गया। कर्फ्यू हटने के बाद लेक सिटी के लोगों को काफी राहत मिली।
दरअसल, 28 जून को कन्हैयालाल नामक दर्जी की दो लोगों ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले ने पूरे देश को हिला दिया था, जिसके बाद शहर में फर्फ्यू लगा दिया गया था। इस घटना के बाद 19 दिनों तक लेक सिटी के नौ थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू रहा, जिससे पर्यटन भी काफी प्रभावित हुआ। शहर की होटल बुकिंग कैंसल की गई और पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट देखी गई।
प्रशासन के सामने थी बड़ी चुनौती
घटना के बाद प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि शहर में सामान्य स्थिति बहाल की जाए और पर्यटन गतिविधियों को पटरी पर लाया जाए। घटना के दो दिन बाद निकाली गई जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए कर्फ्यू में चार घंटे की सशर्त ढील दी गई थी। इतने बड़े कार्यक्रम के शांतिपूर्ण ढंग से निपटने के बाद अगले दिनों में छह से आठ घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई।
पर्यटक बढ़ने की उम्मीद
इसके बाद 10 जुलाई को मनाई गई ईद-अल-अजहा के बाद रात में कुछ घंटों को छोड़कर पूरी तरह से कर्फ्यू में ढील दी गई। आपको बता दें कि उदयपुर में टूरिज्म सीजन जुलाई में शुरू होता है, आमतौर पर जून के अंतिम सप्ताह में पर्यटकों का आना शुरू हो जाता है। इस साल कन्हैयालाल की हत्या की घटना के कारण कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी। जुलाई के पिछले दो वीकेंड्स पर पर्यटक स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा। अब कर्फ्यू पूरी तरह से हटा लिया गया है और मानसून की शुरुआत के बाद उदयपुर में हरियाली भी दिखने लगी है। उम्मीद है कि अब पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।