बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के पिता ने मौत की विशेष जांच टीम से जांच की मांग करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है। अक्षय शिंदे पुलिस द्वारा जवाबी गोलीबारी में मारे गया था।
उन्होंने अपने बेटे की मौत की विशेष जांच टीम (एसआइटी) से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उनके बेटे को फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया।
उन्होंने हाई कोर्ट से जांच की निगरानी करने का भी अनुरोध किया है। उनकी याचिका पर न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ बुधवार को सुनवाई करेगी।
मां ने एनकाउंटर पर उठाए सवाल
शिंदे की मां और चाचा ने सोमवार रात कलवा अस्पताल के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कहना गलत है कि उसने पहले पुलिसकर्मी की बंदूक छीनी और उस पर गोली चलाई। बाद में पुलिस ने आत्मरक्षा में उस पर गोली चलाई। पुलिस उसपर जबरन जुर्म कबूलने के लिए दबाव बना रही थी। बयान में उससे क्या लिखवाया गया, यह केवल वही जानता है।
दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था
24 वर्षीय अक्षय शिंदे पर ठाणे जिले के बदलापुर शहर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा था। स्कूल में संविदा सफाई कर्मचारी शिंदे को 17 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था, इस घटना को लेकर राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था।
एनकाउंटर में ढेर बदलापुर का आरोपी
बदलापुर एनकाउंटर की घटना के बाद पुलिस ने बताया कि जब आरोपी को इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, उस वक्त उसने एक कांस्टेबल की बंदूक छीन ली और पुलिस अधिकारी पर गोली चला दी। इस गोलीबारी में सहायक पुलिस निरीक्षक नीलेश मोरे घायल हो गए। पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने आखिरी गोली चलाई, जिसमें वह घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई।