गुरुवार को अफगानिस्तान का काबुल हवाई अड्डा सिलसिलेवार बम धमाकों से दहल गया। अमेरिकी मध्य कमान के कमांडर जनरल केनेथ एफ मैकेंजी जूनियर ने कहा कि काबुल हवाई अड्डे पर इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी हमले में 12 अमेरिकी सैनिक मारे गए और 15 अन्य घायल हो गए। यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख केनेथ एफ मैकेंजी जूनियर ने कहा कि इस हमले के बावजूद हम काबुल से निकासी के मिशन को जारी रखे हुए हैं। यूएस सैन्य अधिकारी ने यह भी कहा कि हवाई अड्डे के अब्बे गेट (Abbey Gate) पर विस्फोट के बाद कई बंदूकधारियों ने गोलियां चला दीं। मैकेंजी ने हमले के लिए इस्लामिक स्टेट को जिम्मेदार ठहराया।
हवाई अड्डे के बाहर दोहरे आत्मघाती बम विस्फोटों के कुछ घंटों बाद काबुल शहर में कम से कम सात विस्फोटों की आवाज सुनी गई, जिसमें अमेरिकी सैनिकों सहित 72 लोगों की जान गई है।
गुरुवार को काबुल हवाईअड्डे के बाहर हुए दोहरे बम विस्फोटों में कथित तौर पर मारे गए 35 लोगों में चार अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। पहला धमाका काबुल हवाई अड्डे के अब्बे गेट पर हुआ जबकि दूसरा विस्फोट बैरन होटल के पास हुआ। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने यह कहते हुए धमाके की पुष्टि की कि काबुल हवाई अड्डे पर आज के हमले में कई अमेरिकी सेना सदस्य मारे गए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास आतंकवादी हमले की निंदा की और धमाकों के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की।
हमले को लेकर पहले से ही जारी हुआ था अलर्ट
बता दें कि काबुल में अमेरिकी दूतावास की ओर से गत बुधवार की शाम को जारी एक अलर्ट में नागरिकों को सलाह दी गई थी कि वे एयरपोर्ट की ओर आना टाल दें। जो लोग पहले से एयरपोर्ट के गेट पर मौजूद हैं, वे भी तत्काल वहां से चले जाएं। आस्ट्रेलिया ने भी अपने लोगों को एयरपोर्ट से दूर रहने की सलाह दी थी। इसके अलावा, ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हैपी ने बताया कि एक बड़े हमले की बड़ी विश्वसनीय रिपोर्ट आई है। इसलिए लोगों को एयरपोर्ट से दूर चले जाना चाहिए।