प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में निवेशकों के शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने डीप ओशियन मिशन और सर्क्युलर इकोनॉमी पर बात की. शुक्रवार को उन्होंने नेशनल ऑटोमोबाइल स्क्रैपिंग पॉलिसी की भी शुरुआत की. पीएम ने कहा कि हम जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का अनुभव कर रहे हैं. ऐसे में अपने नागरिकों के हित में बड़े कदम उठाने होंगे. पीएम इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए हैं. बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मौजूद थे.
नई स्क्रैपिंग पॉलिसी की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने इसके चार फायदे भी गिनाए. उन्होंने कहा, ‘इस पॉलिसी से सामान्य परिवारों को हर प्रकार से बहुत लाभ होगा. सबसे पहला लाभ ये होगा कि पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करने पर एक सर्टिफिकेट मिलेगा. ये सर्टिफिकेट जिसके पास होगा उसे नई गाड़ी की खरीद पर रजिस्ट्रेशन के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा. इसके साथ ही उसे रोड टैक्स में भी कुछ छूट दी जाएगी.’
उन्होंने कहा, ‘दूसरा लाभ ये होगा कि पुरानी गाड़ी की मैंटेनेंस कॉस्ट, रिपेयर कॉस्ट, फ्यूल एफिशिएंसी, इसमें भी बचत होगी.’ पीएम ने कहा, ‘तीसरा लाभ सीधा जीवन से जुड़ा है. पुरानी गाड़ियों, पुरानी टेक्नॉलॉजी के कारण रोड एक्सीडेंट का खतरा बहुत अधिक रहता है, जिससे मुक्ति मिलेगी.चौथा, इससे हमारे स्वास्थ्य प्रदूषण के कारण जो असर पड़ता है, उसमें भी कमी आएगी.’
साथ ही उन्होंने इस नई पॉलिसी की शुरुआत का कारण पर चर्चा की. उन्होंने कहा, ‘हम भविष्य में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर काम कर सकते हैं, लेकिन जो संसाधन हमें प्रकृति से मिलते हैं, वे हमारे हाथ में नहीं हैं. ऐसे में भारत एक ओर डीप ओशियन मिशन के जरिए नई संभावनाएं तलाश रहा है, तो दूसरी सर्क्युलर इकोनॉमी को भी प्रोत्साहित कर रहा है.’
पीएम ने कहा, ‘यह कोशिश विकास को टिकाऊ और पर्यावरण के लायक बनाने की है. हम जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में नागरिकों के हित में भारत को बड़े कदम उठाने होंगे.’