5G स्पेक्ट्रम (5G spectrum) की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसके जरिए सरकार ने 1.5 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड रकम जुटाई है. 26 जुलाई से यह नीलामी (auction) शुरू हुई थी. मुकेश अंबानी की रिलायंस, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के साथ ही एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी (gautam adani) की कंपनी ने भी बोली लगाई. अडानी ने 5जी स्पेक्ट्रम लिए 212 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
अडानी ग्रुप ने बताई अपनी योजना
अडानी समूह की Adani Data Networks Ltd (ADNL) ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 212 करोड़ रुपये में 20 साल के लिए 26 गीगाहर्ट्ज मिलीमीटर वेव बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है. इसके जरिए वह अपने कारोबार और डाटा केंद्रों को मजबूती देने का काम करेगा. इसके अलावा इसका उपयोग अपने सुपर ऐप (Super App) के लिए करने की भी योजना है.
सुपर ऐप का यहां होगा इस्तेमाल
दुनिया के चौथे सबसे अमीर इंसान गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी समूह अपने सुपर ऐप को बिजली वितरण (electricity distribution) से लेकर हवाईअड्डों (airports) तक और गैस की खुदरा बिक्री से लेकर बंदरगाहों तक व्यवसायों का समर्थन करने के लिए तैयार किया जा रहा है.
1% से भी कम हिस्सा किया हासिल
ADNL ने स्पेक्ट्रम नीलामी (5G spectrum Auction) में इतनी रकम खर्च कर 400 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का उपयोग करने का अधिकार हासिल किया है. पीटीआई के मुताबिक, अडानी समूह (Adani Group) ने नीलामी में बेचे गए सभी स्पेक्ट्रम का 1 फीसदी से भी कम खरीदा है.
मुकेश अंबानी ने सबसे ज्यादा खर्च किया
5जी स्पेक्ट्रम खरीदने की इस रेस में सबसे आगे 88,078 करोड़ रुपये खर्च करके मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम (Reliance Jio) रही. दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने 43,084 करोड़ रुपये, जबकि तीसरे पायदान पर 18,799 करोड़ रुपये खर्च करके वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) रही.