कानपुर एनकाउंटर का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे शुक्रवार की सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. बता दें कि गैंगस्टर विकास दुबे पर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था, जिसके बाद से विकास दुबे अपने गुर्गों के साथ इधर-उधर भागता रहा. हाल ही में उसे हरियाणा के फरीदाबाद में देखे जाने की खबर मिली. तो दूसरे दिन विकास दुबे मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर के दर्शन करने पहुंच गया. हालांकि इस दौरान मंदिर परिसर में तैनात गार्ड ने उसे पहचान लिया, जिसके बाद तुरंत पुलिस को इकतला की. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने विकास को मंदिर के गेट से ही धर दबोचा. इस दौरान वह काफी चीखता रहा, ‘मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला’ लेकिन पुलिस उसे वहां से अज्ञात स्थान पर ले गई ताकि उससे पूछताछ कर सके. इस पूरे घटनाक्रम पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे एमपी के उज्जैन में पकड़ा गया है, जिसे उत्तर प्रदेश की सरकार को सौंपा जाएगा. लेकिन शुक्रवार की सुबह खबर मिली की गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर के पास एनकाउंटर में मारा गया.
बहरहाल इस बीच खबर यह भी है कि 5 लाख का इनामी बदमाश गैंगस्टर विकास दुबे महाकाल का बहुत बड़ा भक्त था, इसलिए वह अपनी गिरफ्तारी के अंतिम क्षणों में उज्जैन महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचा था, बताया जा रहा है कि घर पर भी रोज 2 घंटे पूजा करता था. विकास ने महंत शोभन सरकार के कहने पर 2003 में हाथ के अंदर ऑपरेशन करवाकर जीवनरक्षक दुर्गा कवच को डलवा लिया था. इसके साथ सावन के महीने में वह सोमवार को आनंदेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए जाता था.
मालूम हो कि विकास दुबे 2 जुलाई को कानपुर हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था. 6 दिन से वह पुलिस को चकमा दे रहा था. गुरुवार को वह महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल के दर्शन करने गया था. उसका मानना था कि महाकाल के दर्शन करने से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है.
हालांकि 10 जुलाई को सुबह कानपुर के भौती में पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया. इससे पहले कानपुर शूटआउट के बाद विकास की मां ने कहा था कि उनके बेटे ने जो किया है, उसके लिए उसका एनकाउंटर ही होना चाहिए.