पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने रविवार को उस समय यू-टर्न ले लिया जब उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान को लिखे पत्र में कहा कि वह पंजाब के विधानसभा सत्र में पारित सभी विधेयकों की जांच करेंगे। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सफाई दी है और सत्र विधेयक पारित करने को कहा है। राज्यपाल ने चिट्ठी में कहा कि वो पंजाब के हित में पंजाब सरकार द्वारा लाये जाने वाले बिलों पर विचार करने को तैयार हैं।
राज्यपाल ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा में पारित किए गए 27 बिलों में से वो 22 को क्लियर कर चुके हैं और बाकी बचे बिलों पर वो कानून के मुताबिक राय लेकर आगे इन बिलों पर विचार कर रहे हैं। इससे पहले राज्यपाल ने पंजाब सरकार द्वारा बुलाए गए सत्र को अवैध करार दिया था। सीएम मान ने 20 अक्टूबर को विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि सरकार राज्यपाल के पत्र को 30 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी और 29 अक्टूबर को राज्यपाल ने यह यू-टर्न ले लिया और कहा कि वह सभी बिलों की जांच करेंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्यपाल के ताजा पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही विधानसभा में कह चुके हैं कि पंजाब सरकार द्वारा बुलाए गए सत्र को लेकर राज्यपाल द्वारा दी गई चुनौतियां सर्वोच्च न्यायालय में एक मिनट भी नहीं टिकेंगी। आप ने कहा कि यह पत्र इस बात का सबूत है कि राज्यपाल सिर्फ एक सत्र की कार्यवाही और पंजाब में आप सरकार के कार्यों में बाधा डालना चाहते थे। ‘आप’ पंजाब ने कहा कि विधानसभा सत्र में बाधा पैदा करना और सरकार को लोगों के कल्याण के लिए काम नहीं करने देना राज्य के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।