भ्रष्टाचार के खिलाफ भगवंत मान सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए अपनी ही पार्टी के जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार विधायक रमन अरोड़ा (Raman Arora) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते विजिलेंस द्वारा छापेमारी की गई है और उनके घर को सील कर दिया है।
इसी बीच आप सरकार के प्रवक्ता बलतेज पन्नू का बयान भी सामने आया है। प्रवक्ता पन्नू ने कहा कि आप सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन मोड में है। ये अच्छी बात है कि आप सरकार के राज में भ्रष्टाचार करने वालों को काबू किया जा रहा है। बलतेज पन्नू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तंज सकते हुए कहा कि उनकी सरकार के समय में वह भ्रष्टाचार के खिलाफ फाइलें लेकर घूमते रहते और कहते ऊपर तक जाएंगे, लेकिन होता कुछ नहीं था।
लेकिन अब मुख्यमंत्री मान के भ्रष्टाचार के खिलाफ पोर्टल पर मिलने वाली सभी शिकायतों पर सख्त एक्शन लिया जा रहा है। पोर्टल पर शिकायत मिलने पर सबूत खंगालने के बाद कार्रवाई की जाती है। उन्होंने बताया पोर्टल पर पिछले काफी समय के रमन अरोड़ा के खिलाफ शिकायतें मिल रहीं थी। जिसके बाद विजिलेंस ने जांच की और सबूतो मिलने पर उनके घर पर रेड की गई। फिलहाल अभी रमन अरोड़ा को गिरफ्तार नहीं किया गया है। विजिलेंस की रेड पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और पूरी डिटेल मीडियो को बताई जाएगी। बलतेज पन्नू ने कहा कि, रमन अरोड़ा को पार्टी से निकालना है या नहीं ये फैसला मुख्यमंत्री भगवंत मान का है। आपको बता दें कि, कुछ दिन पहले ही अरोड़ा की सिक्योरिटी वापस ले ली गई थी।
सूत्रों के मुताबिक सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि विधायक रमन अरोड़ा जालंधर नगर निगम के अफसरों के जरिए आम लोगों को कथित तौर पर झूठे केसों में फंसा कर नोटिस भिजवाता था और फिर कथित तौर पर पैसे लेकर इन नोटिसों को रफा-दफा करवा देते थे। सरकार ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करते हुए छापेमारी की है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि मान सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी, चाहे वह कोई आम अधिकारी हो या फिर पार्टी का खुद का विधायक।