देश में लोकसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं. जिसके बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीटें हासिल करके सरकार बना ली है. बीजेपी पार्टी का लोकसभा चुनाव में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा, पार्टी ने 80 में से 33 सीटें हासिल की. जिसके बाद लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के चलते बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने शुक्रवार को लखनऊ में एक बैठक बुलाई है.
पार्टी के प्रदेश के 60 नेताओं को इस बैठक में बुलाया गया है. इन नेताओं के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी मीटिंग में मौजूद रहेंगे. यह तय हुआ है कि बैठक में बुलाए गए नेताओं को लोकसभा क्षेत्रों में भेजा जाएगा. ये नेता वहां जाकर हार के फ़ैक्टर पता लगायेंगे और फिर अपनी-अपनी रिपोर्ट पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को देंगे. फिर इस रिपोर्ट के साथ केंद्रीय नेतृत्व के साथ हार पर समीक्षा होगी.
इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी यूपी की 80 में से 44 सीटों पर हार गई. बीजेपी के सिर्फ 33 सांसद चुने गए. बीजेपी की सहयोगी आरएलडी के दो और अपना दल से एक सांसद निर्वाचित हुए. बीजेपी 65 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. पिछले दो दिनों से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री हारे हुए उम्मीदवारों से मिल रहे हैं. गुरुवार को इन दोनों नेताओं ने अवध क्षेत्र में हुई हार की समीक्षा की थी. सीतापुर, श्रावस्ती, बाराबंकी, फैजाबाद, मोहनलालगंज और रायबरेली के उम्मीदवारों को गुरुवार को अलग अलग बुलाया गया था.
इन नेताओं ने हार की चार बड़ी वजहें बताई- संविधान और आरक्षण खत्म की अफवाह से नुकसान हुआ, पार्टी कार्यकर्ताओं की उदासीनता, पार्टी के कुछ नेताओं का भीतरघात और चुनाव का जाति पर आ जाना. दूसरी तरफ बीजेपी को समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में कड़ी टक्कर दी. लोकसभा चुनाव में समाजवादी का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा, पार्टी ने 80 में से 37 सीटें हासिल की. साथ ही कांग्रेस ने 6 सीटें हासिल की.