भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के 3 दिन तक लखनऊ में मंत्रियों और विधायकों से मिलने के परिणाम अब सामने आने लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक शिकायतें इस बात की थी कि प्रदेश में तमाम निगम, आयोगों और प्रकोष्ठ में पद खाली हैं और सरकार इन पदों को भर नहीं रही है। जिसके कारण बहुत परेशानी हो रही हैं।
सूत्रों से मिली जानकार के अनुसार संगठन, सरकार के साथ मिलकर इन खाली जगहों को भरने की तैयारी शुरू कर दी है, जो कि आने वाले 1 महीने मे पूरी हो जाएगी। असल में, अभी तक की मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में अल्पसंख्यक आयोग,अनुसूचित जाति आयोग, अन्य पिछड़ा आयोग में अध्यक्ष का पद लंबे वक्त से खाली हैं।
भारतीय जनता पार्टी में महिला मोर्चा, किसान मोर्चा, युवा मोर्चा अनुसूचित जाति मोर्चा, अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा में अध्यक्ष भी नहीं हैं। भाजपा के मीडिया विभाग, मीडिया संपर्क विभाग, प्रशिक्षण विभाग, प्रचार- प्रसार विभाग में टीम की भी कमी है। विधि प्रकोष्ठ, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ, चिकित्सा प्रकोष्ठ, व्यापार प्रकोष्ठ सहित कई प्रकोष्ठों मे नियुक्तियां होनी है।
होने वाले विधानसभा चुनावों के चलते कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और उन्हें मज़बूत करने के लिये आवश्यक है कि उन्हें कुछ ज़िम्मेदारियां दी जाएं। इसके चलते अब संगठन और सरकार ने इस पर सहमति जताई है कि जल्द ही इन स्थानों को भरा जाये, जिससे कि संगठन और मज़बूत हो सके।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार और संगठन के बीच आपसी मतभेद की खबरों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष लखनऊ में ठहरे थे। उन्होंने तीन दिन तक मंत्रियों, संगठन के बड़े पदाधिकारियों के साथ ही आरएसएस के प्रचारकों से जानकारी ली। मंत्रियों और संगठन के लोगों ने एक-एक करके अपनी दिक्कते बताई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीएल संतोष के सामने सरकार और संगठन के खाली पदों का मसला उठा था। कई मंत्रियों ने ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए थे। मीडिया के कैमरे के सामने केशव मौर्या सरीखे मंत्री और संगठन के बड़े पदाधिकारी ऑल इज वेल बोलते हैं, मगर अंदर चल रही हलचल बहुत तेज हो गई थी और सबने अपनी मन की भड़ास भी बता दी थी।