योगी सरकार ने सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया. सीएम योगी के कार्यकाल के इस आखिरी बजट में किसानों और मजदूरों के लिए बड़े ऐलान किए गए हैं. सरकार ने दावा किया कि कोरोना काल में सरकार ने 40 लाख प्रवासियों को उनके घर पहुंचाया. इसके अलावा कोटा में फंसे 12 हजार छात्रों को भी सुरक्षित वापस लाया गया. साथ ही किसानों को मुफ्त पानी की सुविधा के लिए 700 करोड़ रुपये दिये जाने का ऐलान किया गया है. बजट में किसानों को रियायती दाम पर लोन देने का भी वादा किया गया है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बजट पढ़ते हुए ऐलान किया कि राज्य में ज्यादा उत्पादक वाली फसलों को चिन्हित किया जाएगा. ब्लॉक स्तर पर कृषक उत्पादन संगठनों की स्थापना की जाएगी. इसके लिए 100 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करना सरकार का लक्ष्य है.
20 लाख मजदूरों को दी आर्थिक मदद
सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मुहैया कराया. कोरोना काल में 40 लाख मजदूरों को राज्य में वापस लेकर आए. 20 लाख मजदूरों को आर्थिक मदद दी. करोना टेस्ट की रफ्तार बढ़ाई. इसके साथ ही हर क्षेत्र में योगी सरकार ने बेहतर काम किया. साल 2020 चुनौती भरा रहा. सरकार ने 8 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार दिया.
किसको मिला कितना बजट
-कन्या सुमंगल योजना के लिए 1200 करोड़
-महिला शक्ति केंद्रों के लिए 32 करोड़-प्रदेश की नहरों के लिए 700 करोड़ रुपये
-डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के लिए 32 करोड़ रुपये
-पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए 1107 करोड़ रुपये
-निर्माणाधीन मेडिकल कालेजों के लिए 950 करोड़ रुपये
-गांव में स्टेडियम के लिए 25 करोड़
-संस्कृत स्कूलों में फ्री छात्रावास की सुविधा
-बीमा के लिए 600 करोड़ की व्यवस्था
-अधिवक्ता चैंबर के लिए 20 करोड़
– अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 101 करोड़ रुपए का ऐलान
रोड एक्सीडेंट में मरने वाले किसानों को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई. मुख्यमंत्री अभ्योदय योजना शुरू की गई. हर घर में जल, बिजली और बैंकिंग की सुविधा मिलेगी. योगी सरकार द्वारा साल दर साल पेश किये गए बजट का ब्यौरा- पहला बजट वित्तीय वर्ष 2017-18 में 3.84 लाख करोड़ का पेश किया गया था. वित्तीय वर्ष 2017-18 में 3.84 लाख करोड़ का बजट था. 2018-19 में 4.28 लाख करोड़ का बजट था. 2019-20 में 4.79 लाख करोड़ का बजट था. 2020-21 में 5.12 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था.