त्योहारी सीजन में रेलवे बरेली होते हुए 60 विशेष गाड़ियों समेत 230 ट्रेनों का संचालन करेगा। वहीं रोडवेज के बरेली, रुहेलखंड, पीलीभीत और बदायूं डिपो भी 600 से ज्यादा बसें चलाएंगे। अन्य डिपो से भी 200 से ज्यादा बसों का रोजाना बरेली आवागमन होगा। ऐसे में लोगों को गंतव्य तक जाने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी।
त्योहारों पर दोगुना होगा यात्रियों का दबाव
आम दिनों में बरेली जंक्शन पर रोजाना 32-35 हजार यात्रियों का आवागमन होता है। सेटेलाइट और पुराने बस अड्डे पर भी औसतन 30 हजार यात्री आते-जाते हैं। दिवाली, भैयादूज, छठ पूजा जैसे त्योहारों पर यात्रियों का दबाव दोगुना तक हो जाता है। बरेली होते हुए रोजाना अप-डाउन 190 नियमित ट्रेनों का संचालन होता है। इस बार रेलवे बरेली होते हुए 60 त्योहार विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। नियमित ट्रेनों में सीटें पहले से फुल हैं। 28 अक्तूबर से 10 नवंबर के बीच कई विशेष ट्रेनों में भी कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहे। यात्री अन्य विकल्प तलाश रहे हैं।
ट्रेनों में टिकट के लिए मारामारी
कन्फर्म टिकट के लिए सबसे ज्यादा मारामारी पूर्वांचल, बिहार और बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेनों में है। 31 अक्तूबर को दिवाली और सात नवंबर को छठ पूजा का मुख्य त्योहार है। 29 अक्तूबर से ट्रेनों और बसों पर यात्रियों का दबाव ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में रोडवेज ने भी बरेली होते हुए पूर्वांचल के लिए बसों के संचालन का निर्णय लिया है। छठ पूजा के लिए 12 और भैयादूज के लिए 80 बसों को रिजर्व रखा गया है।
जंक्शन पर अतिरिक्त काउंटर, बस अड्डों पर कंट्रोल रूम
यात्रियों को किसी तरह की समस्या न हो, इसको देखते हुए जंक्शन पर रेलवे अतिरिक्त काउंटर खोलेगा। पुराने और सेटेलाइट बस अड्डे पर कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। अतिरिक्त काउंटर और कंट्रोल रूम 28 अक्तूबर से काम शुरू कर देंगे। इन पर तीन-तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की तैनाती की गई है। रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर महिला सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए हैं।
मुंबई और बंगलूरू को ट्रेनों की कमी, फायदा उठा रहीं उड्डयन कंपनियां
बरेली से मुंबई के लिए सप्ताह में तीन-तीन दिन अप-डाउन ट्रेन हैं। लेकिन यह महाराष्ट्र के अलग-अलग स्टेशन पर जाती हैं। दूसरी ओर बंगलूरू के लिए रेल सेवा नहीं है। मुंबई की ट्रेनों में एक महीने पहले ही सीटें फुल हो चुकी हैं। ऐसे में यात्रियों के सामने हवाई यात्रा के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है। इसका फायदा उड्डयन कंपनियां उठा रही हैं। बरेली-मुंबई के बीच चलने वाली 14314/13 बरेली-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस, 22976/75 रामनगर-बांद्रा टर्मिनल एक्सप्रेस, 09076/75 काठगोदाम-मुंबई सेंट्रल विशेष ट्रेन की अलग-अलग श्रेणियों में वेटिंग 150 तक पहुंच गई है।
मुंबई और बंगलूरू से आने वाली फ्लाइट में 90 फीसदी सीटें बुक
बरेली से मुंबई के लिए सप्ताह में तीन ट्रेनें हैं। दक्षिण भारत के लिए कोई ट्रेन नहीं है। इसका फायदा उड्डयन कंपनियां उठा रही हैं। मुंबई व बंगलूरू के लिए लोगों को महंगा हवाई सफर करना पड़ता है। मुंबई के लिए सप्ताह में तीन तो बंगलूरू के लिए चार दिन फ्लाइट है। इनमें 90 फीसदी सीटें पहले से बुक हैं। ई-टिकट बुकिंग वेबसाइट पर मुंबई से बरेली का हवाई किराया सामान्य दिनों के मुकाबले तीन गुना बढ़कर 14 से 16 हजार तक पहुंच गया है। 25 से 31 अक्तूबर के बीच बंगलूरू-बरेली का किराया 13 से 20 हजार रुपये तक पहुंच गया है।
हवाई किराये पर एक नजर
तिथि बंगलूरू से बरेली मुंबई से बरेली
25 अक्तूबर 20,376 14,739
26 अक्तूबर 16,845 23,683
27 अक्तूबर 19,922 14,739
28 अक्तूबर 19,132 14,739
29 अक्तूबर 13,695 16,336
30 अक्तूबर 19,132 14,739
31 अक्तूबर 12,225 16,000