उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सावन के दूसरे सोमवार (Sawan Second Monday) को कई जगहों पर हुए हादसों में 13 कांवड़ियों (13 Kanwariyas in accidents) की मौत हो गई। इसके अलावा कांवड़ खंडित या हादसों में घायल होने से नाराज कांवड़ियों (angry kanwadis) ने जमकर बवाल किया। ब्रज क्षेत्र के अंतर्गत कासगंज में दो कांवड़ियों की हादसे और एक की हार्टअटैक से जान चली गई।
आगरा में वाहन की टक्कर से दो की जान चली गई। मेरठ के दौलताबाद में गर्मी से बुलंदशहर के कांवड़िये की मौत हो गई। सुभारती विश्वविद्यालय के पास एक कांवड़िये की हादसे में जान चली गई। बुढ़ाना में कांवड़ सेवा शिविर में आराम कर रहे किशोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं, बदायूं के उझानी क्षेत्र में रविवार रात दो बाइकों की टक्कर में घायल तीन और कांवड़ियों की मौत हो गई। दूसरी बाइक पर सवार एक कांवड़िये की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रतापगढ़ में भी एक कांवड़िये की हादसे में जान चली गई।
मैनपुरी में टक्कर से तीन कांवड़ियों के घायल होने पर साथियों ने बस पर पथराव कर दिया। आगरा में बाईपास पर बाइक ईंटों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई जिसमें एक कावंड़िया के घायल होने पर साथियों ने चालक को पीट दिया। मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर अल्लीपुर के सामने कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाकर हंगामा कर जाम दिया।