उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों की खबरें भी इस समय सोशल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रही है। कभी पारिवारिक समस्या (family problem) को लेकर तो कभी खुद के प्रताडि़त (harassed) जैसे समाचार वायरल (news viral) होते रहते हैं। हाल ही में पिछले महीने जब एसपी द्वारा थाने में चैकिग के दौरान जब सिपाईयों को गोली चलाने का तरीका जाना था तो सिपाई गोली को उलटी जगह से डारते नजर आए थे की खबर भी जमकर वायरल हो रही कि अब यूपी (UP) के महराजगंज (Maharajganj)का ऐसा ही एक पारिवारिक समाचार वायरल हो रहा है। यहां के नौतनवा में तैनात एक पुलिसकर्मी ने सात दिन की छुट्टी मांगी थी। छुट्टी की जो वजह सिपाही ने बताई है उसे लेकर खूब चर्चा हो रही है। सिपाही का कहना है कि उसका गौना एक महीने पहले ही हुआ है। घर नहीं पहुंच पाने के चलते पत्नी नाराज है। वह बार-बार फोन काट दे रही है।
बताया जा रहा है कि सिपाही ने पत्र में अपनी पीड़ा बताते हुए बताया कि उसे छुट्टी नहीं मिल रही थी। इससे पत्नी नाराज हो गई। सिपाही के कॉल करने पर बात नहीं कर रही है। कॉल रिसीव कर बिना बात किए मोबाइल अपनी सास यानी सिपाही की मां को दे दे रही थी। पत्नी की नाराजगी से मिल रहे दर्द को सहना मुश्किल हो गया तो सिपाही ने शब्दों के माध्यम से उसे अपने प्रार्थना पत्र पर उतार दिया। यह प्रार्थना पत्र उसने एडिशनल एसपी को दे दिया। प्रार्थना पत्र पढ़ने के बाद एडिशनल एसपी ने सिपाही को पांच दिन के आकस्मिक अवकाश की स्वीकृत दे दी है।
पत्नी की नाराजगी का हवाला देकर सिपाही ने अपने भतीजे के जन्मदिन पर सात दिन का अवकाश मांगा था, लेकिन उसको पांच दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत हुआ है। उसका कहना रहा कि उसने भतीजे के जन्मदिन पर आने का वादा किया था। दस जनवरी से उसकी छुट्टी शुरू होगी।
वहीं एडिशनल एसपी आतिश कुमार सिंह का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को उनकी जरूरत के मुताबिक अवकाश स्वीकृत किया जाता है। इस बात का भी विशेष ध्यान दिया जाता है कि अवकाश के चलते शांति व्यवस्था में कोई व्यवधान ना हो पाए। नौतनवा थाना के सिपाही को भी उसके प्रार्थना पत्र के आधार पर पांच दिन का अवकाश दिया गया है।