हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhansabha Chunav) का बिगुल बज चुका है. सभी राजनीतिक दल अपनी- अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. इसी बीच खबर सामने आ रही है कि खेल मैदान में विरोधियों को पटखनी देने वाले राज्य के कई खिलाड़ी राजनीति के अखाड़े में भी दांव- पेंच लड़ा सकते हैं. अलग- अलग राजनीतिक पार्टियां इन खिलाड़ियों से सम्पर्क साधने में जुटी हुई है.
राजनीति के अखाड़े में उतर सकते हैं ये खिलाड़ी
ओलंपियन बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट पर कांग्रेस पार्टी की नजर है. खुद रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा इन खिलाड़ियों के सम्पर्क में बने हुए हैं. बजरंग पूनिया झज्जर और विनेश फोगाट चरखी दादरी के बाढ़ड़ा हल्के से ताल्लुक रखती है. हालांकि, चुनाव लड़ने को लेकर इन खिलाड़ियों ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
जीत का स्वाद चखना चाहेंगे योगेश्वर दत्त
पिछले विधानसभा चुनाव का जिक्र करें, तो 3 ओलंपियन खिलाड़ियों ने BJP की टिकट पर चुनावी रण में ताल ठोकी थी. ये खिलाड़ी एक बार फिर से टिकट के लिए दावा ठोक रहे हैं. पहलवान योगेश्वर दत्त 2019 में बीजेपी की ओर से बरोदा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें हार झेलनी पड़ी थी. बरोदा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन जीत का स्वाद नहीं चखा. एक बार फिर वो बरोदा सीट से बीजेपी उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं.
चरखी दादरी विधानसभा सीट से बबीता फोगाट ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान रहें संदीप सिंह कैथल जिले की पिहोवा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर बीजेपी सरकार में खेल मंत्री बने थे, लेकिन जूनियर कोच के यौन शौषण के आरोपों के चलते उन्हें अपना मंत्री पद गंवाना पड़ा था. ये तीनों ही खिलाड़ी फिर से अपने- अपने हल्कों में सक्रिय हैं और टिकट के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं.
जूनियर कोच भी मांग रही है टिकट
पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर यौन शौषण के आरोप जड़ने वाली जूनियर महिला कोच ने पिहोवा विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट के लिए आवेदन किया है. वह संदीप सिंह के खिलाफ चुनावी ताल ठोकने की तैयारी कर रही है.
बॉक्सर विजेंदर सिंह की बनी हुई चुप्पी
बॉक्सिंग से राजनीति के अखाड़े में उतरने वाले विजेन्द्र सिंह अब भाजपाई हो चुके हैं. 2019 में उन्होंने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी साउथ दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन जीत दर्ज करने में सफल नहीं हो पाए थे. इसी साल हुए लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहकर BJP का दामन थाम लिया था. हालांकि, विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर विजेन्द्र सिंह चुप्पी साधे हुए हैं.