हरियाणा में एक बार फिर किसान आंदोलन (Farmer Protest) की सुगबुगाहट तेज हो गई है. मोहाली एयरपोर्ट पर फिल्म अभिनेत्री एवं बीजेपी सांसद कंगना रनौत को CISF महिला जवान द्वारा थप्पड़ जड़ने के बाद अचानक से किसान संगठनों की सक्रियता बढ़ गई है. भारतीय किसान यूनियन समेत प्रदेश के किसान संगठनों ने महिला जवान का स्वागत किया है और हर सूरत में उसका साथ देने का वादा किया है.
उधर, फिर से किसान आंदोलन की मूवमेंट को देखते हुए खुफिया एजेंसियां एलर्ट मोड पर आ गई है. किसान संगठनों पर निगरानी रखी जा रही है और उनकी तमाम गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
लोकसभा चुनावों में दिखा किसानों का ग़ुस्सा
इसी साल फरवरी महीने से पंजाब-हरियाणा सीमा के शंभु बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को भले ही हरियाणा से ज्यादा सहयोग नहीं मिला हो, लेकिन लोकसभा चुनावों में किसान संगठनों ने खुलकर बीजेपी का विरोध किया था. हरियाणा में किसान आंदोलन का सीधा असर नजर आया और पिछली बार सभी 10 लोकसभा सीट जीतने वाली बीजेपी इस बार आधी यानि 5 सीटों पर सिमट कर रह गई.
इनमें से भी भिवानी- महेंद्रगढ़ और कुरूक्षेत्र सीट पर लड़खड़ाते हुए जीत मिली है. अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए अपनी ताकत का अहसास कराने के लिए किसानों की दोबारा से आंदोलन की मंशा है.
महिला जवान का देंगे पूरा साथ
किसान नेता गुरनाम चढूनी ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है लेकिन किसी के बारे में गलत बोलने का नहीं. किसान पूरी तौर पर CISF महिला जवान और उसके परिवार के साथ हैं. उनकी आर्थिक और सामाजिक तौर पर पूरी मदद की जाएगी. कंगना ने किसानों और महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी, ये घटनाक्रम उसकी प्रतिक्रिया है. जनप्रतिधियों को सोच- समझकर अपनी बात रखनी चाहिए.