चंडीगढ़, 14 दिसंबर: लुधियाना में पुलिस मुठभेड में बदनाम अपराधी सुखदेव सिंह उर्फ विक्की के मारे जाने से एक दिन बाद, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी लुधियाना ग्रामीण) जसकिरनजीत सिंह तेजा के नेतृत्व में मृतक अपराधी के अगले-पिछले सम्बन्धितों का पता लगाने के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गई है। यह जानकारी आज यहाँ इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) हैडक्वाटर सुखचैन सिंह गिल ने दी। बताने योग्य है कि इस विशेष जांच टीम में अतिरिक्त डीसीपी ज़ोन 4 तुषार गुप्ता, अतिरिक्त डीसीपी (डी) रुपिन्दर कौर सरां और एसएचओ डिवीजऩ नंबर 7 सुखदेव सिंह सदस्यों के तौर पर शामिल हैं।
आई.जी.पी हैडक्वाटर जो कि कमिश्नर ऑफ पुलिस (सीपी) लुधियाना कुलदीप सिंह चाहल के साथ आज यहाँ पुलिस हैडक्वाटर में प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे, ने बताया कि मृतक अपराधी ने 2004 में चोरी की छोटी सी वारदात के साथ 19 साल पहले अपराध जगत में कदम रखा था और इसके बाद उसने घृणित अपराधों को अंजाम देना शुरू कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा समय में मृतक सुखदेव विक्की कम से कम 24 आपराधिक मामलों में वांछित था, जिसमें ज़्यादातर इरादत्न कत्ल, डकैती, चोरी, लूट-मार, जबरन वसूली, एनडीपीएस मामले आदि शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक बुधवार शाम को लुधियाना के गाँव पंजेटा में कोहाड़ा माछीवाड़ा रोड पर पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान मृतक अपराधी सुखदेव सिंह उर्फ विक्की निवासी लुधियाना माछीवाड़ा में मारा गया था। उसके तीन साथियों, यूपी आधारित आर्यन सिंह उर्फ राजा (21), जो मौजूदा समय में लुधियाना के मोती नगर में रह रहा है, सुनील कुमार (21) निवासी खुशी नगर, यूपी और बलविन्दर सिंह (27) निवासी माछीवाड़ा को लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस द्वारा पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है।
पुलिस मुठभेड़ के दौरान पुलिस कर्मचारी ए.एस.आई. दलजीत सिंह गोली लगने से जख़़्मी हो गया, जबकि सी.आई.ए.-2 लुधियाना के इंचार्ज इंस्पेक्टर बेअंत सिंह जुनेजा, जो इस कार्यवाही का नेतृत्व कर रहे थे, तब बाल-बाल बच गए, जब उनकी छाती के नज़दीक बुलेट प्रूफ़ जैकेट पर गोली लगी।
पुलिस द्वारा इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा के बयान के आधार पर एफआईआर नंबर 146 तारीख़ 13. 12. 2023 को भारतीय दंड संहिता ( आइपीसी) की धारा 307, 353, 333, 332 और 186 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और 27 के अंतर्गत लुधियाना के थाना कूम्म कलाँ में मामला दर्ज किया गया है।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि पुलिस टीमों द्वारा मृतक के कब्ज़े से एक .32 बोर का पिस्तौल और एक मैगज़ीन, एक जिंदा कारतूस और तीन खाली कारतूस बरामद किये गए हैं। इसके अलावा उसका काले रंग का सपलैंडर मोटरसाईकल जिस पर वह जा रहा था, भी ज़ब्त किया गया है।
पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने सम्बन्धी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की वचनबद्धता को दोहराते हुए आई.जी.पी. ने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य से गैंगस्टरों, समाज विरोधी तत्वों और नशा तस्करों के ख़ात्मे के लिए ठोस प्रयास कर रही है और किसी को भी राज्य की शांति और सद्भावना को भंग करने की इजाज़त नहीं दी जायेगी।
जि़क्रयोग्य है कि 6 अप्रैल, 2022 को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के गठन से लेकर अब तक, पंजाब पुलिस की फील्ड ईकाइयों के साथ मिलकर इस स्पेशल फोर्स ने 906 गैंगस्टरों/ अपराधियों को गिरफ़्तार करके और 9 को मार गिराकर 293 गैंगस्टर/ अपराधी मॉड्यूलों का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है। इसके अलावा इनके पास से आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए 921 हथियार और 197 वाहन भी बरामद किये गए हैं।
ताज़ा अपराधों में मृतक सुखदेव विक्की की शमूलियत
8 दिसंबर 2023: मुलजिम सुखदेव विक्की ने अपने साथी के साथ जमालपुर इलाके में एक मेडिकल स्टोर में ज़बरदस्ती दाखि़ल होकर बंदूक की नोक पर स्टोर के मालिक से 1.25 लाख रुपए, 2 मोबाइल फ़ोन और एक लैपटॉप लूट लिया और मुलजिम ने शिकायतकर्ता पर गोली चलाकर उसे घायल भी कर दिया।
10 दिसंबर, 2023: मुलजिम सुखदेव विक्की ने अपने तीन साथियों के साथ 2 घंटों से भी कम समय में 5 वारदातों जिनमें मोटरसाईकल छीनना, मनी ऐक्सचेंजर, जनरल स्टोर, किराना स्टोर और एक शराब के ठेके पर 4 हथियारबंद डकैतियाँ शामिल हैं, को अंजाम दिया और एक व्यक्ति पर गोली भी चलाई।