दक्षिणी दिल्ली के गांव देवली में रह रहे महेंद्रगढ़ के खेड़ी निवासी राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) व बेटी कविता (23) की बुधवार सुबह चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गई। एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या ने इलाके में सनसनी मचा दी है। पुलिस के अनुसार इस नरसंहार का आरोपी कोई और नहीं बल्कि राजेश का बेटा अर्जुन ही निकला। उसने पूछताछ में बताया पिता राजेश मारते-पीटते थे। मोहल्ले में खुलेआम सड़क पर भी पिटाई कर देते थे। घरवाले मेरे पीछे पड़े रहते थे। मैं अकेला रहना चाहता था। इसलिए पिता के फौज वाले चाकू से ही माता-पिता व बहन की हत्या कर दी।
कल ही थी मां-पिता की शादी की सालगिरह
जानकारी के मुताबिक बुधवार को ही माता-पिता की 27वीं सालगिरह थी। डीयू से स्नातक कर रहे अर्जुन ने पिता के फौज वाले चाकू (ड्रेगर) से तीनों का गला रेत दिया। इसके बाद वह पुलिस व स्थानीय लोगों को गुमराह करने के लिए जिम चला गया। जिम से लौटने के बाद पड़ोसियों को सूचना दी। दक्षिण जिले के वाहन चोरी निरोधक दस्ते (एएटीएस) ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, घर से चोरी व लूटपाट के सबूत न मिलने और अर्जुन के चाल-चलन को देखते हुए दिनभर की जांच के बाद शाम को उसे गिरफ्तार कर लिया।
अर्जुन ने पुलिस को बताया कि वह बॉक्सर बनना चाहता था। इसमें मेडल भी जीते हैं। इसी आधार पर स्पोर्ट्स कोटे से नेहरू कॉलेज में एडमिशन हुआ था। अभी वह बीए राजनीति शास्त्र दूसरे वर्ष का छात्र है। वह पढ़ाई में शुरू से कमजोर रहा। इसके कारण माता-पिता काफी सख्ती करते। पिता आए दिन पिटाई करते थे। बड़ी बहन पढ़ाई में अच्छी थी। इसके कारण वह उससे नफरत करता था। अर्जुन ने बताया कि उसके माता पिता कभी भी उसकी सराहना नहीं करते। सभी के सामने ताने देते थे। बात- बात पर मारा करते थे। कुछ समय पहले भी उसके पिता ने किसी बात को लेकर रिश्तेदार के सामने उसकी पिटाई की थी। पिता ने धमकी दी थी कि वह अपनी सारी प्रॉपर्टी बेटी के नाम कर देंगे। इसके बाद से ही वह सभी को मारने की योजना बनाने लगा था।