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सहारनपुर : असंदिग्ध नेतृत्व है मोदी और योगी का : कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी

रिर्पोट :- सुरेंद्र सिंघल/गौरव सिंघल, विशेष संवाददाता, दैनिक संवाद, सहारनपुर मंडल,उप्र:। 

सहारनपुर (दैनिक संवाद न्यूज)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में वैश्य एवं कारोबारी समाज की मजबूत नुमाइंदगी करने वाले प्रदेश के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री नंदगोपाल गुप्ता उर्फ नंदी ने अपनी वैश्य बिरादरी और व्यापारी समाज को भरोसा दिया कि प्रदेश सरकार में उनके हित और सम्मान पूरी तरह से सुरक्षित है और वह इन तबको के सरकार में मजबूत पैरोकार के रूप में शामिल हैं। नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी ने यह बात आज सहारनपुर के सर्किट हाउस में वैश्य समाज के सभी संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधियों की बैठक में कही। नंदी ने खुले दिल से उनकी समस्याएं सुनीं और उनके समाधान का भरोसा भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व खरा है और सभी सवालों से परे है। उन्होंने कहा कि वे कारोबारियों, उद्यमियों, व्यापारियों और वैश्य वर्ग की समस्याओं के निदान के लिए चौबीसों घंटे तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि इन वर्गों की जायज समस्याओं के समाधान के लिए यदि उनका मंत्री पद भी जाता है तो वे इसके लिए भी तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि किसी की भी जायज मांग और समस्या को हर कीमत पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के जो अनेक अलग-अलग संगठन बने हुए हैं वह उनकी आपसी प्रतिद्वंद्विता में पड़ने के बजाए सभी व्यापारी और वैश्य समाज के संगठनों को साथ लेकर चले। उन्होंने सहारनपुर की बैठक का उदाहरण देते हुए कहा कि आज इस महत्वपूर्ण और बड़ी मीटिंग में जहां उनके अपने वैश्य समाज संगठन के अजय गोयल, दीपक राज सिंघल, राजकिशोर गुप्ता दून स्कूल वाले, अनिल गुप्ता, रवि गुप्ता, राजेश गुप्ता आदि प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं। वहीं अन्य संगठनों की ओर से वैश्य समाज के वरिष्ठ नेता सुनील गुप्ता, नकुड़ के देव कुमार गुप्ता, अशोक अग्रवाल, कुलदीप गोयल, मदन मोहन गोयल, वेदभूषण गुप्ता, हिमांशु गर्ग चिलकाना वाले, प्रवीण बंसल, पंकज बंसल, नितिन अग्रवाल, भाजपा की पार्षद ज्योति अग्रवाल, गौतम शंकर सिंघल सर्राफ आदि शामिल रहे। इस बैठक की खास बात यह रही कि भाजपा के गैर वैश्य विधायक मुकेश चौधरी, राजीव गुंबर, देवेंद्र निम, पूर्व विधायक जगपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. महेन्द्र सैनी आदि भी उपस्थित रहे।

बैठक में उद्यमियों और व्यापारियों ने इंस्पेक्टर राज, पुलिस उत्पीड़न, सैंपल भरने के नाम पर उत्पीड़न, जीएसटी की छापामारी का खौफ जैसी समस्याएं भी मजबूती के साथ उठाई। वक्ताओं का कहना था कि इंस्पेक्टर राज खत्म नहीं हुआ है। बनिया और व्यापारी समाज पहले की तरह आज भी पुलिस से उतना ही खौफ खा रहा है जितना कि पहले खाता था। पुलिस उत्पीड़न की कई घटनाओं को मंत्री के सामने रखा गया। मंत्री गोपाल नंदी ने बैठक के दौरान ही सहारनपुर के एसएसपी डा. विपिन टाडा को बुलाया और जो पुलिस उत्पीड़न की समस्याएं वैश्य बंधुओं ने उठाई थींउनका समाधान निकालने के लिए मंत्री ने एसएसपी को स्पष्ट निर्देश दिए। बैठक में नंद गोपाल गुप्ता ने बताया कि कैसे वह एक आम साधारण परिवार से मौजूदा हैसियत में आए हैं। इसके पीछे संघर्ष की बेमिसाल दास्तान हैं।

उन्होंने अपने गृह जनपद प्रयागराज में ताकतवर सियासतदानों का वर्चस्व तोड़कर आमजन की मदद से यह मुकाम पाया है। उनके दिल में गरीबों के प्रति बेहद दर्द और संवेदनशीलता है। उन्होंने वैश्य बंधुओं से अपील की कि वे भ्रष्टाचार, अन्याय, उत्पीड़न, गुंडागर्दी का ताकत के साथ मुकाबला करें। उनकी हर लड़ाई में वे सबसे आगे शामिल रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा नेतृत्व ने उनसे 40 दिनों के भीतर सभी 75 जनपदों में दौरा करने की जिम्मेदारी लगाई थी। उन्होंने 57 जिलों में कमजोर सीटों पर अपने समाज के बीच जाकर अपनी बात रखी। उनकी बात पर समाज ने भरोसा करते हुए भाजपा की झोली वोटों से भर दी। कई हारने वाली सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की और मुश्किल हालात में भाजपा उत्तर प्रदेश में शानदार बहुमत के साथ सरकार बनाने में सफल रही।