उत्तराखंड के चमोली जनपद के प्रसिद्ध चौखम्बा पर्वत पर फंसे दो पर्वतारोही को 80 घंटे की कठिन मेहनत के बाद सफलतापूर्वक सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन भारतीय वायु सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आर्मी और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त रूप से किया।
जानकारी के अनुसार, आपदा प्रबंधन विभाग चमोली को गुरुवार की शाम भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (आईएनएफ) के माध्यम से सूचना मिली कि चौखम्भा पर्वत की 6015 मीटर की ऊंचाई पर दो पर्वतारोही, जिनमें से एक अमेरिका (यूएसए) और एक यूनाइटेड किंगडम (यूके) का नागरिक फंस गए हैं। सूचना के बाद सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया।
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और आपदा प्रबंधन विभाग चमोली ने भारतीय वायु सेना और एसडीआरएफ उत्तराखंड के साथ मिलकर शुक्रवार से बचाव अभियान शुरू किया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान, पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकालने के लिए कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।
टीमों ने लगातार प्रयास किया और रविवार को दोनों पर्वतारोही को रेस्क्यू कर लिया। रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर जिला प्रशासन और एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित उत्तराखंड सरकार ने राहत की सांस ली।
बता दें कि दोनों विदेशी नागरिक 11 सितंबर से 18 अक्टूबर तक के लिए इंडियन काउंट ट्रेनिंग एसोसिएशन से अनुमति लेकर चौखम्बा-थ्री ट्रैकिंग पर गए थे। यह पर्वत 6,995 मीटर की ऊंचाई पर है और ट्रैकिंग करने के लिए काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है।
ट्रैकिंग के दौरान तीन अक्तूबर शाम को चौखम्बा पर चढ़ाई के दौरान बर्फ से ढके चौखम्बा पर्वत पर फंसने के बाद दोनों विदेशियों ने पेजर से अपनी एंबेसी से संपर्क किया। जिसके बाद चमोली जिला प्रशासन ने वायुसेना से सर्च अभियान चलाने का अनुरोध किया। इसके बाद, शुक्रवार को सुबह वायुसेना के दो चेतक हेलिकॉप्टरों ने सरसावा (सहारनपुर) एयरबेस से उड़ान भरी और बदरीनाथ से लगी चौखम्बा-थ्री चोटी पर सर्च ऑपरेशन चलाया।