बहुत जल्द रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) का त्यौहार आने वाला है. भारत के मुख्य त्योहारों में से एक रक्षा बंधन के लिए कई सारी तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. बहने अपने भाइयों के लिए राखी ले कर आती है और भाई बहनों को उपहार देते हैं. सावन महीने (Sawan Month) के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा (Purnima) को रक्षा बंधन मनाया जाता है. यह पर्व इस साल 22 अगस्त 2021 को पड़ रहा है. इस त्यौहार पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर उनके सुखद भविष्य और लंबी उम्र की भगवान से प्रार्थना करती हैं. हालांकि इसके लिए यह भी जरूरी है कि राखी शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) में ही बांध दी जाए.
क्या है रक्षाबंधन 2021 का शुभ मुहूर्त
22 अगस्त के दिन सुबह 06:15 से लेकर सुबह के 10:34 तक अच्छा समय रहेगा और शाम को 07:39 मिनट तक धनिष्ठा नक्षत्र माना जाएगा. इस दिन सुबह 05:50 बजे से शाम के 05:58 तक किसी भी समय में राखी बांध सकते हैं.
अभिजीत मुहूर्त: – दोपहर 12:04 से 12:58 मिनट तक रहेगा
अमृत काल: – सुबह 09:34 से 11:07 तक रहेगा
ब्रह्म मुहूर्त: – 04:33 से 05:21 तक रहेगा
लेकिन संभल कर, कभी न करें यह गलती
बता दें कि इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा काल काल नहीं पड़ रहा है. ऐसे में 22 अगस्त को जो समय बताया गया है उस दौरान एक तरह से पूरे दिन ही राखी बांधी जा सकती है. अगर किसी कारण से रक्षा बंधन के दिन राखी नही बंध पाई है, तो जन्माष्टमी के दिन तक राखी बांधी जा सकती है, लेकिन इस दौरान भी भद्रा काल (Bhadra Kaal) का ध्यान देना बेहद आवश्यक है. राखी बांधने के लिए भद्रा काल का समय बहुत खराब बताया गया है. इस साल रक्षा बंधन के दिन (22 अगस्त) भद्रा काल नहीं पड़ रहा है. अगले दिन 23 अगस्त को सुबह 05:34 से सुबह के 06:12 तक भद्रा रहेगा. इस समय में राखी न बांधीं जाए तो अच्छा है. भद्रा काल में सारे शुभ कार्य वर्जित बताए गये हैं.