मोगा के कस्बा निहाल सिंह वाला के गांव बिलासपुर में शुक्रवार सुबह एनआईए ने कुलवंत सिंह के घर पर रेड की। टीम ने सुबह 5 बजे 42 साल के कुलवंत सिंह के घर में दबिश दी।
कुलवंत सिंह रामपुरा में एक सीमेंट फैक्टरी में ट्रक ड्राइवर है। जानकारी के अनुसार, कुलवंत सिंह सोशल मीडिया पर खालिस्तान के संबंध में पोस्ट शेयर करता था। इसी मामले में एनआईए की टीम जांच कर रही है।
कुलवंत सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह एनआईए की टीम उसके घर पूछताछ करने आई थी। टीम ने करीब 4 घंटे घर में तलाशी ली और उससे पूछताछ की। कुलवंत सिंह ने बताया कि वह खालिस्तान से जुड़े पोस्ट अपने सोशल मीडिया पर शेयर करता था। इसी को लेकर टीम ने पूछताछ की। मोबाइल की जांच की और चले गए। टीम ने कोई नोटिस नहीं दिया है।
रामपुरा फूल में ट्रांसपोर्टर के घर भी दी दबिश
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने करीब 20 दिन बाद शुक्रवार को रामपुरा फूल में फिर छापामारी की। इस दौरान टीम ने रामपुरा फूल में मौड़ रोड पर एक ही परिवार के दो लोगों से पूछताछ करने के साथ उनके घर की तलाशी ली व मोबाइल फोन अपने साथ लेकर चले गए। परिवार के पिता-पुत्र को 30 सितंबर को चंडीगढ़ स्थित एनआईए के दफ्तर में जांच के लिए बुलाया गया है।
इससे पहले टीम ने 30 अगस्त को छापेमारी की थी। ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले रामपुरा वासी गुरमेल सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह एनआईए की टीम उनके घर पहुंची थी। इस दौरान उनके बेटे गुरमिंदर सिंह व उनका मोबाइल फोन टीम ने जब्त कर लिया। पूरे घर की तलाशी ली गई। घर की अलमारी, छत, बैड सहित हर कोने में रखे साजो-सामान की जांच की गई। उन्होंने जब टीम से जांच के बारे में जानकारी मांगी तो उन्हें बताया गया कि साल 2023 में एक सिम कार्ड उनके नाम से जारी किया गया है। इसमें आईडी प्रूफ उनका लगा हुआ है व इस फोन से कई संदिग्ध काॅल हुई है। इसी को लेकर वह जांच कर रहे हैं।
गुरमिंदर सिह ने बताया कि वह ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते हैं। उनके पास जो सिम है वह करीब 15 साल से एक्टिव है व इसके बाद उन्होंने कोई भी नया सिम नहीं लिया है। उनका किसी किसान संगठन से भी कोई संबंध नहीं है। वह लंबे समय से शिरोमणि अकाली दल के साथ जुड़े हुए हैं। फिलहाल जांच एजेंसी ने उन्हें 30 सितंबर को चंडीगढ़ एनआई दफ्तर में बुलाया है।