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संभल हिंसा में पुलिसकर्मियों पर फेंके गए ईंट-पत्थरों से बनेगी पुलिस चौकी, 6 ट्रॉलियों में किए गए इकट्ठा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) में हिंसा (Violence) के दौरान उपद्रवियों द्वारा जिन ईंट-पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था, अब उन्हीं ईंट-पत्थरों (bricks and stones) का उपयोग पुलिस चौकी (Police post) के निर्माण में किया जाएगा. दरअसल, पिछले साल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद करीब 6 ट्रॉली ईंट-पत्थर जमा किए गए थे. ये ईंट-पत्थर हिंसा वाली जगह पर बिखरे पड़े थे. पुलिस-प्रशासन ने इन्हें इकट्ठा करवाकर रख लिया गया था.

मामले में SP केके बिश्नोई ने कहा कि हिंसा के दौरान पत्थरबाजों के द्वारा फेंके गए पत्थरों को ही संभल के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रयोग किया जाएगा. जिले के दीपा सराय और हिंदूपुराखेड़ा में बन रही पुलिस चौकियों के निर्माण में पत्थरबाजों के द्वारा फेके गए पत्थरों का भी प्रयोग किया जाएगा. शासन द्वारा दिए बजट का भी इस्तेमाल किया जाएगा.

आपको बता दें कि हिंसा के बाद संभल में 38 आउटपोस्ट बनाई जा रही हैं. संभल की सुरक्षा के लिए ‘SAFE SAMBHAL’ प्रोजेक्ट लाया जा रहा है. साथ ही शहर के 200 चौराहों पर फेस आईडेंटिफिकेशन वाले CCTV कैमरे लगाए जाएंगे. जिले में नई पुलिस चौकियों के निर्माण में सरकार से बजट भी मिला है.

दरअसल, संभल के विवादित ढांचे (जामा मस्जिद) में 24 नवंबर 2024 को एडवोकेट कमीशन सर्वे के दौरान मस्जिद के आसपास के इलाके में हिंसा भड़क गई थी और उग्र भीड़ ने पुलिस पर कई घंटे तक भारी पत्थरबाजी की थी. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया था. जिसके बाद पुलिस-प्रशासन ने नगर पालिका की टीमों को लगाकर हिंसा वाली जगह से 6 ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर ईंट-पत्थर हटवाए थे. हालांकि, इन्हें फेंकने के बजाय नगर पालिका ने ईंट पत्थरों को यार्ड में रखवा दिया था.

अब संभल पुलिस के एसपी केके बिश्नोई ने पत्थरबाजों के द्वारा फेंके गए इन्हीं ईंट पत्थरों से पुलिस चौकी बनाने का बड़ा फैसला किया है. स्थानीय सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के गढ़ दीपासराय इलाके के मोहल्ला चौक में हजार स्क्वायर फीट में मुस्लिम आबादी के बीचोबीच बन रही नई पुलिस चौकी के निर्माण में पत्थरबाजों के द्वारा फेंके गए ईंट-पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा हिंदूपुराखेड़ा में भी बन रही नई पुलिस चौकी के निर्माण में पत्थरबाजों के द्वारा फेंकी गई ईंटों का इस्तेमाल होगा.